नेपाल में नहीं थम रहे भूकंप झटके, सुबह-सुबह फिर कांपी धरती, इतनी रही तीव्रता

रिपोर्टर रतन गुप्ता
नेपाल में नहीं थम रहे भूकंप झटके, सुबह-सुबह फिर कांपी धरती, इतनी रही तीव्रता——
नेपाल में 8 साल में आए सबसे भीषण भूकंप के दो दिन बाद एक बार फिर से धरती कांपी है। खबर है कि आज सुबह 4 बजकर 38 मिनट पर फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए।

नेपाल में 8 साल में आए सबसे भीषण भूकंप के दो दिन बाद एक बार फिर से धरती कांपी है। खबर है कि आज सुबह 4 बजकर 38 मिनट पर फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक ये भूकंप नेपाल के काठमांडू के 169 किमी उत्तर-पश्चिम में आया था। सुबह से आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.6 मापी गई है। गौरतलब है कि शुक्रवार के भयानक भूकंप के बाद नेपाल की धरती लगातार कांप रही है।

कल दोपहर भी आया था भूकंप
बता दें कि भीषण तबाही लाने वाले शुक्रवार को आए भूकंप के एक दिन बाद कल फिर से नेपाल में 4.2 तीव्रता का झटका दर्ज किया गया था। शनिवार दोपहर तीन बजकर 40 मिनट पर जाजरकोट जिले में यह झटका दर्ज किया गया। राष्ट्रीय भूकंप निगरानी केंद्र के अनुसार, भूकंप के बाद का झटका 4.2 तीव्रता का था और इसका केंद्र रामिदंडा था। यह झटका शुक्रवार रात आए भूकंप के बाद महसूस किया गया था।

शुक्रवार को आए भूकंप में 157 से ज्यादा लोगों की मौत
गौरतलब है कि नेपाल में शुक्रवार रात आए 6.4 तीव्रता के भूकंप के कारण देश के सुदूर पर्वतीय क्षेत्र में कम से कम 157 लोगों की मौत हो गई और 160 से अधिक लोग घायल हैं, जबकि सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त हो गए। यह नेपाल में 2015 के बाद से सबसे विनाशकारी भूकंप है। ये पश्चिमी नेपाल में 2015 के बाद आया सबसे भीषण भूकंप था। भूकंप के कारण हिमालयी देश के दूरदराज के इलाकों में सैकड़ों घरों को नुकसान पहुंचा। भूकंप का केंद्र काठमांडू से लगभग 500 किमी उत्तर पश्चिम में जजरकोट जिले में था। भारत-नेपाल सीमा के नजदीक हिमालय की तलहटी में स्थित नेपालगंज काठमांडू की तुलना में भूकंप प्रभावित क्षेत्र के करीब है।

अफगानिस्तान में भी आया भूकंप
ना सिर्फ नेपाल बल्कि अफ़ग़ानिस्तान में भी रात 1 बजकर 25 मिनट पर भूकंप आया है। ये भूकंप अफ़ग़ानिस्तान के 328 किमी उत्तर पूर्व में स्थित फ़ैज़ाबाद में आया था। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक इन झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 मापी गई है।

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