रतन गुप्ता उप सम्पादक
नेपाल की मदद के लिए भारत की ओर से भारतीय वायु सेना के जरिए राहत सामग्री की पहली खेप भेजी गई है जिसमें दवाएं और अन्य राहत सामग्री है। वहीं एस जयशंकर ने एक्स पर बताया कि नेपाल के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन राहत सहायता प्रदान की जा रही है। भारत दवाएं और अन्य राहत सामग्री पहुंचा रहा है।
नेपाल में शुक्रवार को आए भूकंप से अब तक 157 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 250 से ज्यादा के घायल होने की खबर है। भूकंप से मची भीषण तबाही ने जान-माल का काफी नुकसान पहुंचाया है। भूकंप के कारण बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए हैं और जिन पर खाने का संकट आ गया है। वहीं, नेपाल की मदद के लिए भारत ने अपने कदम आगे बढ़ाए हैं।
राहत सामग्री की पहली खेप भेजी गई
नेपाल की मदद के लिए भारत की ओर से भारतीय वायु सेना के जरिए राहत सामग्री की पहली खेप भेजी गई है, जिसमें दवाएं और अन्य राहत सामग्री है। वहीं एस जयशंकर ने एक्स पर बताया कि नेपाल के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन राहत सहायता प्रदान की जा रही है। भारत दवाएं और अन्य राहत सामग्री पहुंचा रहा है।
भूकंप पीड़ितों को मदद पहुंचाने की कोशिश में जुटी नेपाल सरकार
नेपाल के दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्र में शुक्रवार को आए भूकंप के कारण कम से कम 157 लोगों की मौत होने और भीषण तबाही मचने के बीच हिमालयी देश के प्राधिकारी बचाव एवं राहत कार्य में जुटे हैं। नेपाल में शुक्रवार आधी रात से ठीक पहले आए 6.4 तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र काठमांडू के 500 किलोमीटर पश्चिम में स्थित जाजरकोट जिले में था। भूकंप के कारण पर्वतीय क्षेत्र में सैकड़ों मकान नष्ट हो गए और कई लोगों को शनिवार को खुले आसमान के नीचे रात बितानी पड़ी।
इस त्रासदी में मारे गए कुल 157 लोगों में से 120 लोगों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं। इस भूकंप में करीब 753 लोग घायल हुए हैं। यह 2015 के बाद देश में आया सबसे विनाशकारी भूकंप है। मृतकों के रिश्तेदार शवों के अंतिम संस्कार की तैयारियों में जुटे हैं।