UP CMO Transfer: योगी सरकार का बड़ा फैसला, यूपी में 36 चिकित्सा अधिकारियों का राताोंरात तबादला; आखिर क्यों हुआ ट्रांसफर?

रतन गुप्ता उप संपादक
UP CMO Transfer सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों के करीब सात हजार पद खाली चल रहे हैं। ऐसे में चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति की आयु 62 साल से 65 साल तक बढ़ाई गई है। मगर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का विकल्प चिकित्सकों को दिया गया है। यह फैसला स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों की कमी के चलते लिया गया है। गौरतलब है यूपी में अभी भी सात हजार डॉक्टरों के पद खाली चल रहे हैं।

प्रांतीय चिकित्सा सेवा संवर्ग के लेवल थ्री स्तर के 36 चिकित्साधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है।
डॉक्टर उन अस्पताल में ट्रांसफर किए गए हैं, जहां मेडिकल स्टाफ की कमी है।
सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों के करीब सात हजार पद खाली चल रहे हैं
प्रांतीय चिकित्सा सेवा संवर्ग के लेवल थ्री स्तर के 36 चिकित्साधिकारियों का शुक्रवार को स्थानांतरण किया गया। कई जिलों में इन चिकित्साधिकारियों को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में भेजा गया है। अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में डॉक्टर हों इसके लिए यह तबादले किए गए हैं। ऐसे अस्पताल जो चिकित्सकों की कमी से जूझ रहे थे, अब वहां मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

सरकारी अस्पताल के खाली चल रहे सात हजार पद
सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों के करीब सात हजार पद खाली चल रहे हैं। ऐसे में चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति की आयु 62 साल से 65 साल तक बढ़ाई गई है। मगर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का विकल्प चिकित्सकों को दिया गया है। फिलहाल रिटायर होने के बाद ज्यादा डॉक्टर दोबारा सेवाएं देने में कम दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

ऐसे में चिकित्सकों की कमी पूरा करने के लिए ऐसे अस्पताल जहां ज्यादा डाक्टर हैं, वहां से उनका स्थानांतरण कम चिकित्सकों वाले अस्पताल में किया जा रहा है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव अजीज अहमद की ओर से इनके स्थानांतरण के आदेश जारी कर दिए गए हैं।

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