रतन गुप्ता उप संपादक
महराजगंज। सीमावर्ती क्षेत्र में तस्कर हावी हैं। इसके पहले भी वह इस तरह की घटनाएं कर चुके हैं। कभी जवानों को तस्करों ने पीटा तो कभी उनके हथियार छीनने की कोशिश की। कार्रवाई के बाद तस्कर कुछ दिन शांत रहते हैं फिर अपने धंधे में जुट जाते हैं। जवानों ने पगड़ंडी पर सख्ती बढ़ाई तो तस्करों ने शनिवार की रात अस्थाई चेकपोस्ट फूंक डाला
29 मई 2021 को बॉर्डर पर नेपाली सशस्त्र पुलिस ने गोली चलाई थी। इसमें एक की मौत जबकि दो घायल हो गए थे। कठहवा गांव निवासी अविनाश (21) अपने दो साथी बहादुर राजभर (22) निवासी बनकटी के टोला मियां और बबलू (23) के साथ इंडो नेपाल बॉर्डर के पगडंडी रास्ते से भारत सीमाक्षेत्र के बहुआर बाजार दवा लेने गया था। जहां से तीनों दवा लेकर वापस घर लौट रहे थे। अभी वह बॉर्डर के पिलर संख्या 499/4 के निकट धोबहा नाला चेक पोस्ट के पास नेपाली सशस्त्र पुलिस उलझ गई। उसके बाद जवानों ने बहादुर राजभर और बबलू को लाठी से वॉर कर घायल कर दिया था। जबकि अविनाश मौके से भागने का प्रयास किया तो जवानों ने गोली मार दी, जिससे अविनाश को अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई थी।
01 जून 2021 को बॉर्डर से सटे गांव रेंगहिया के निकट विदेशी मटर लदी एक पिकअप को जवानों ने पकड़ था। उसके बाद जवान मटर लदी पिकअप को कब्जे में लेकर कार्रवाई के लिए बीओपी कैंप की तरफ अभी बढ़ ही रहे थे कि कुछ तस्कर गोलबंद होकर मौके पर पहुंच गए थे। इसके बाद ड्यूटी में तैनात एसएसबी जवानों से दुर्व्यवहार करते हुए जवानों के कब्जे से मटर लदी पिकअप को छुड़ाने का प्रयास करने लगे थे।
11 अक्तूबर 2020 को बीओपी कमांडर की तहरीर पर आठ नामजद सहित 150 अज्ञात पर केस दर्ज किया गया था। मटर सहित अन्य समानों को तस्करों के कब्जे से शितलापुर एसएसबी बीओपी के जवानों ने पकड़ लिया था, जिससे नाराज तस्करों ने भारी संख्या में गोलबंद होकर अंधेरे में बीओपी को लाठी-डंडो के साथ घेर लिया था। उसके बाद बीओपी की निगरानी में तैनात संतरी को जान से मारने की धमकी देते हुए हथियार छीनने लगे। संतरी की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे अन्य जवानों ने तस्करों से किसी तरह हथियार वापस लिया था।
इन धाराओं में आरोपियों पर दर्ज हुआ केस
बीओपी इंचार्ज पूनम की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने सूरज कन्नौजिया, अखिलेश गुप्ता निवासी राजाबारी थाना ठूठीबारी व नेपाल नवलपरासी जिले के गोपालपुर निवासी इंसाज के खिलाफ सरकारी कर्मी को कर्तव्य निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल का इस्तेमाल करने, उतावलेपन में उपेक्षापूर्वक कार्य जिससे मानव जीवन या किसी की व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरा, जानबूझकर उकसाकर अपमान करने की धारा के तहत केस दर्ज किया है।
डेढ़ साल पहले बवाल के बाद बना था चेकपोस्ट
ठूठीबारी। बॉर्डर पर तस्कर इतने बेखौफ हैं की नो मेंस लैंड से सटे किसानों की फसल हर साल बर्बाद होती है। क्षेत्र के किसान जोखन तिवारी, राम अवध यादव, गोधन यादव, हरिंद्र यादव, कन्हैया यादव, प्रकाश साहनी, रामजीत साहनी आदि ने बताया कि करीब डेढ़ वर्ष पूर्व किसानों की फसल नुकसान को लेकर तस्कर और ग्रामीणों में जमकर मारपीट हुई थी। घटना सुर्खियों में आने के बाद एसएसबी ने टड़हवा गांव के समीप अस्थाई चेक पोस्ट बनाया।