रतन गुप्ता उप संपादक
नौतनवा। उप डाकघर नौतनवा में हुई लाखों की चोरी के मामले में पुलिस की जांच में उप डाकपाल की संलिप्तता है। आरोप है कि पूर्व में गबन किए गए रुपये छिपाने के लिए पूरी कहानी रची गई है। पुलिस दूसरे दिन भी उप डाकपाल लोकनाथ कुलदीप समेत चार कर्मचारियों से पूछताछ करती रही। मामले में अज्ञात पर केस दर्ज है। पूछताछ पूरी होने पर ही आरोपियों पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नौतनवा कस्बा स्थित उप डाकघर में बीते शनिवार को मुख्य द्वार के दरवाजे का कुंडी तोड़कर कैश काउंटर, दराज व लॉकर से लाखों रुपये की चोरी होने का मामला प्रकाश में आया। डाक सहायक प्रकाश जायसवाल की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ चोरी का केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की। पुलिस उप डाकपाल समेत चार कर्मचारियों को थाने ले जाकर कड़ाई से पूछताछ की तो रुपये चोरी होने के मामले में उप डाकपाल व डाक सहायक की भूमिका सामने आई।
पूछताछ में पाया गया कि पूर्व में उन्होंने काफी रुपये खर्च कर दिए थे। इसके लिए उप डाकपाल ने इस तरह की कहानी रची। मामले में पूछताछ के बाद असल तस्वीर सामने आएगी। प्रथम दृष्टया पूछताछ में उप डाकपाल की संलिप्तता सामने आई है। सूत्रों की माने तो एक महिला की आठ लाख एफडी पूरी हो गई है। कैश देने के लिए इनके पास रुपये नहीं थे। रकम हजम कर गए थे। इस वजह से इसकी मुश्किल बढ़ गई।
अपर पुलिस अधीक्षक आतिश कुमार सिंह ने बताया कि उप डाकपाल लोकनाथ कुलदीप की भूमिका संदिग्ध मिली है। उससे पूछताछ में पता चला है कि पूर्व में गबन किए गए रुपये को छुपाने के लिए इस तरह की साजिश रची थी। डाक विभाग द्वारा कैश मिलान करने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि कितने रुपये की चोरी हुई है। पुलिस अभी जांच-पड़ताल में जुटी है। प्रकरण में गहन पूछताछ की जा रही है।