नेपाल का सफेद बालू का काला कारोबार, पलक झपकते सरहद पार


रतन गुप्ता उप संपादक

महराजगंज के निचलौल में पुलिस डाल-डाल तो तस्कर पात-पात वाली कहानी चरितार्थ हो रही है। भारत के सीमावर्ती क्षेत्र में पुलिस प्रशासन ने बालू के अवैध खनन पर लगाम कसा तो तस्कर नेपाल के त्रिवेणी नदी से बालू लाने लगे हैं। रात में सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देकर सरहद पार कर देते हैं। हर रोज दर्जनों बालू से लदे वाहनों की आवाजाही हो रही है। तस्कर भारतीय सीमा में नेपाल से बालू लाकर मोटी कमाई कर रहे हैं।

बताते हैं कि खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। नेपाल से रात में भारतीय क्षेत्र बालू की खेप पहुंचाई जाती है। सीमावर्ती क्षेत्र में नेपाल से बालू लाकर डंप कर दिया जाता है। सफेद बालू का काला कारोबार सरहद से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों में तेजी से हो रही है। सुरक्षा एजेंसियां कई बालू से लदीं ट्रॉलियां पकड़ चुकी हैं। तस्कर नेपाली बालू को ट्रैक्टर-ट्रॉली की मदद से सरहद से करीब 15 किलोमीटर दूर भारतीय क्षेत्रों तक पहुंचा रहे हैं। नेपाली बालू को निचलौल शहर और आसपास के ग्राहकों को बड़ी ट्रॉली के लिए करीब 12,000 रुपये व छोटी ट्रॉली के लिए 7,000 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। प्रत्येक दिन करीब 20 ट्राॅली बालू भारतीय क्षेत्र में पहुंच रही है।

निचलौल एसडीएम सत्यप्रकाश मिश्रा ने कहा कि भारतीय सीमा में अवैध खनन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। इतना ही नहीं सूत्रों से जानकारी लेकर नेपाल से आने वाले बालू तस्करों को भी पकड़ने के लिए प्रयास किया जा रहा है। इस पर काफी हद तक अंकुश भी लगा है। सरहद पर होने वाले हर हलचल की गंभीरता से लेकर कार्रवाई की जा रही है।

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