रतन गुप्ता उप संपादक
भारत नेपाल बार्डर सोनौली संदिग्धों के प्रवेश को लेकर चर्चा में रहता है नौतनवा में बहुत दिनों पहले रा एजेंट बताने वाले दो संदिग्धों के पकड़े जाने के बाद भारत-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा सोनौली एक बार फिर चर्चा में था यह कोई पहली बार नहीं है। इसके पूर्व भी सोनौली सीमा पर न सिर्फ कई संदिग्ध पकड़े जा चुके हैं, बल्कि याकूब मेनन जैसे आतंकवादी की गिरफ्तारी भी यहीं से हुई थी।
गोरखनाथ मंदिर में बहुत दिनों पहले पुलिसकर्मियों पर हुए हमले के प्रयास मामले के बाद सोनौली सीमा पर सुरक्षा एजेंसिया सतर्क हो गई थी ।बहुत दिनों पहले नौतनवा के मैरिज हाल में रात को थानेदार राजेश कुमार पांडेय की टीम द्वारा छापेमारी कर दो संदिग्धों को हिरासत में लिए जाने से हड़कंप मचा हुआ था। दोनों संदिग्धों से कई एजेंसियां पूछताछ में जुटी हुई थी ।
खुली सीमा के चलते आसानी से मिल जाता है प्रवेश
: भारत नेपाल के बीच 1751 किलोमीटर की खुली सीमा के चलते कोई भी बड़े ही आसानी से प्रवेश कर जाता हैं। महराजगंज जिले से 86 किमी. यह सीमा छूती है। सीमा की निगरानी के लिए यहां एसएसबी के बीओपी चेकपोस्ट भी बनाए गए हैं। बावजूद इसके आरोपित बड़े ही आसानी से सीमा पार कर जाते हैं।
सोनौली सीमा व नेपाल से पकड़े गए आतंकी-
: सोनौली सीमा व सीमा से सटे नेपाल में अब तक 12 से अधिक आतंकी पकड़े जा चुके हैं। लियाकत अली, पुखरायां रेल हादसे का मास्टर माइंड शमशुल होदा, आतंकी याकूब मेमन, बिलाल अहमद बट, नूर बक्श, मुजतबा, दाऊद राथर, असरफ ठाकुर, मुस्तफा हुसैन, गुलाम मयुद्दीन, वसीर अहमद, अब्दुल रशीद, बसीर, शब्बीर अहमद, इस्माइल, खालिद मीर, सईद ज खूंखार आतंकी पकड़े जा चुके हैं।