रतन गुप्ता उप संपादक
सिसवा मे क्रिसमस पर्व को लेकर स्थानीय सेंट एंड्रयूज चर्च में तैयारियां शुरू हो गई है। चर्च को रंग रोगन के साथ साथ रंग-बिरंगी लाइटों से पूरी तरह सजाया जा रहा है। वहीं प्रभु यीशु के जन्मदिन से संबंधित झांकियां भी तैयार की जा रही हैं।
दिसंबर के पहले सप्ताह से ही ईसाई समुदाय के सबसे पर्व क्रिसमस की तैयारी शुरू हो जाती है। विश्वासी परिवार के लोग कैरोल सींगिंग के लिए एक-दूसरे के घर के साथ-साथ चर्च में जाते हैं। वहीं लोहिया नगर स्थित सेंट एंड्रयूज चर्च के पास्टर योहन्ना आदम का कहना है कि ईसाई धर्म के अनुसार दिसंबर का महीना बहुत पवित्र माना जाता है। क्रिसमस पर्व आत्मशुद्धि और अपने पड़ोसी के साथ संबंधों को मजबूत करने व दीन दुखियों की सेवा का पर्व है।
स्वीडन के धर्म प्रचारक हंसस ने रखी थी फरेंदा चर्च की नींव
क्रिसमस को लेकर तैयारियों में जुटे लोग, केरल गीत के माध्यम से किया जा रहा जागरूक, रंगीन झालरों से सजा चर्च
फरेंदा। कस्बे का हंसस मसीही कलीसिया चर्च का विशेष महत्व है। इसकी नींव स्वीडन से आए धर्म प्रचारक एनएच हंसस ने 1926 में रखी थी। क्रिसमस का पर्व चर्च में हषोल्लास के साथ मनाया जाता है। क्रिसमस के पर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह है।
फरेंदा में स्थित हंसस चर्च की स्थापना धर्म प्रचारक एनएच हंसस ने की थी। चर्च के निर्माण के बाद हंसस ही प्रथम पादरी बने। तभी से प्रार्थना सभा की शुरुआत हुई। 1923 में स्वीडन से फरेंदा आए हंसस व उनकी पत्नी सिंहग्ने ने धर्म के प्रचार के लिए काफी दिनों तक जंगल में तंबू डालकर जीवन यापन करते हुए प्रभु यीशु मसीह का गांव-गांव प्रचार प्रसार किया। उन दिनों अपने हाथों से प्रभु यीशु के जीवन से जुड़ी घटनाओं के बारे में लोगों को बताया। कुछ दिन के बाद कस्बे में जमीन मिलने के बाद चर्च की नींव रखी। हंसस दंपति ने प्रभु के प्रचार-प्रसार के साथ प्रार्थना सभा शुरू कराई। एनएच हंसस दंपति की मौत के बाद पास्टर लक्षनलाल व जेम्स जानलाल तीसरे पादरी व चौथे पादरी आरके मसीह बने।
वर्तमान पादरी बाबू के जोसेफ ने बताया कि इस चर्च का अपना एक अलग इतिहास हैं। जो हंसस मसीही कलेसिया चर्च के नाम से जाना जाता हैं। यहां पर आनंदनगर, नौतनवां, भैया फरेंदा, लक्ष्मीपुर, कैम्पियरगंज सहित अन्य स्थानों से लोग प्रार्थना करने के लिए आते हैं। उन्होंने बताया कि 25 दिसबंर को सुबह 10 बजे से अराधना, भक्तिगीत, विशेष प्रार्थना सभा की जाएगी। जहां केक काटकर क्रिसमस का संदेश सुनाया जाएगा। केरल गीत गाकर लोगों को क्रिसमस के लिए जागरूक किया जा रहा है।
क्रिसमस को लेकर चर्च में हो रही तैयारी
- क्रिसमस पर्व को लेकर कस्बे के हंसस चर्च में तैयारी पूरी हो चुकी हैं। चर्च का रंग रोगन के साथ रंग बिरंगी झालरों से सजाया जा रहा हैं। प्रभु यीशु के जन्म दिन से संबंधित झांकियां भी बनायी जा रही हैं। जहां पर नन्हे मुन्हे बच्चें सेंटाक्लाज के परिधान में नजर आएगे। इसाई परिवार के लोग क्रिसमस का पर्व बेहद धूमधाम से मनाते हैं। कस्बे के एंथोनी डैनयल, नवीन फ्रेडरिक, डीकू डैनियल, ब्रिस्टल बाबू ने बताया कि क्रिसमस को लेकर लोगों में उत्साह हैं। इस पर्व को मनाने के लिए एक माह पहले से ही तैयारी शुरू हो जाती हैं।
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