नईकोट रेलवे स्टेशन न बैठने के लिए बेंच, न पीने का पानी, यात्रियों की बढ़ी परेशानी


रतन गुप्ता उप संपादक

नौतनवा। गोरखपुर-नौतनवा रेल खंड पर नईकोट रेलवे स्टेशन उपेक्षा का दंश झेल रहा है। ब्रिटिश काल में बना स्टेशन हाल्ट बनकर रह गया। स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का अभाव है। स्टेशन परिसर में बैठने के लिए बेंच, पीने का पानी, शौचालय, रोशनी और सफाई व्यवस्था बदहाल है। क्षेत्र की करीब 50,000 की आबादी स्टेशन से जुड़ी है।
नईकोट रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से यात्रा करने के लिए क्षेत्र के लगभग 30 गांव के लोग आते हैं। भारत-नेपाल सीमा करीब होने से यहां नेपाल के लोग भी ट्रेन से यात्रा करते हैं। इस स्टेशन से कुल छह सवारी गाड़ी का आना जाना रहता है। हाल्ट स्टेशन होने से यहां एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव नहीं होता है। रविवार की सुबह ट्रेन से लगभग 200 यात्रियों ने गोरखपुर, नकहा जंगल, पीपीगंज, आनंदनगर आदि स्टेशनों का टिकट लिया।
नईकोट स्टेशन पर शौचालय बना है लेकिन वह निष्प्रयोज्य है। स्टेशन परिसर में तीन इंडिया मार्का हैंडपंप लगा है जिनमें से एक खराब है और दो ठीक है, लेकिन इनसे शुद्ध पानी नहीं निकलता है। बिजली का कनेक्शन है लेकिन पोल पर बल्ब न होने से स्टेशन परिसर अंधेरा में डूबा रहता है। इसके अलावा यात्रियों के बैठने के बेंच बना हुआ है लेकिन सब टूट गया है।
इस संबंध में सीनियर सेक्शन इंजीनियर आनंदनगर इसरार अहमद ने बताया कि खराब हैंडपंप को जल्द ठीक करा दिया जाएगा। टूटे बेंच और शौचालय के लिए उच्चाधिकारियों को बताया जाएगा।

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