योगी सरकार का बड़ा फैसला, अब विकास कार्यों के शिलापट्ट पर नहीं लिखे जाएंगे अधिकारियों के नाम; सभी डीएम को शासनादेश जारी

रतन गुप्ता उप संपादक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ क्षेत्रीय विधायक का नाम अनिवार्य रूप से लिखा जाएगा। यही नहीं महापौर व अध्यक्ष के नाम का फांट साइज (आकार) भी इन्हीं के बराबर होगा। नगर विकास विभाग की ओर से सभी यह शासनादेश जारी कर दिया गया है। शासन ने इस पर नाराजगी जताई है और अब इस व्यवस्था को सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं।

विकास कार्यों के लिए लगाए जाने वाले शिलापट्ट को लेकर प्रदेश सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है।
अधिशासी अधिकारी किसी का भी नाम इस शिलापट्ट पर नहीं होगा।—-

विकास कार्यों के लिए लगाए जाने वाले शिलापट्ट को लेकर प्रदेश सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। अब इन शिलापट्ट पर अधिकारियों का नाम लिखने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। नगर आयुक्त व अधिशासी अधिकारी किसी का भी नाम इस शिलापट्ट पर नहीं होगा।

विधायक का नाम अनिवार्य रूप से लिखा जाएगा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ क्षेत्रीय विधायक का नाम अनिवार्य रूप से लिखा जाएगा। यही नहीं महापौर व अध्यक्ष के नाम का फांट साइज (आकार) भी इन्हीं के बराबर होगा। नगर विकास विभाग की ओर से सभी यह शासनादेश जारी कर दिया गया है। सभी जिलों के डीएम और निकाय के अधिकारियों को इसका सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रमुख सचिव, नगर विकास अमृत अभिजात की ओर से जारी किए गए शासनादेश के अनुसार नगर विकास विभाग द्वारा कराए जाने वाले विकास कार्यों का शिलापट्ट लगाने में मुख्यमंत्री, नगर विकास मंत्री के साथ ही क्षेत्रीय विधायक का नाम अनिवार्य रूप से लिखा जाए।

सख्ती से किया जाना चाहिए व्यवस्था का पालन
मुख्यमंत्री के बाद नगर विकास मंत्री और फिर क्षेत्रीय विधायक का नाम होगा। अगर नगर निगम है तो महापौर, नगर पंचायत व नगर पालिका परिषद में अध्यक्ष का नाम लिखा जाएगा और यह सभी का आकार एक समान हो। मालूम हो कि विकास कार्यों के लिए लगाए जाने वाले शिलापट्ट पर नगर आयुक्त, मुख्य अभियंता व अधिशासी अधिकारी के नाम भी शिलापट्ट पर लिखे जा रहे हैं। शासन ने इस पर नाराजगी जताई है और अब इस व्यवस्था को सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं

Leave a Reply