सरकारी होटल निरंजना सोनौली बॉर्डर पर पर्यटकों को मिलेगी अत्याधुनिक होटल की सुविधा


रतन गुप्ता उप संपादक

भारत नेपाल पर देश-विदेश से सोनौली बॉर्डर आने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधा मिलेगी। अत्याधुनिक सुविधा से युक्त होटल में उनके लिए बेहतर संसाधन उपलब्ध रहेंगे। एमओयू साइन हो चुका है। निवेश करने के लिए होटल पवन पैलेस प्राइवेट लिमिटेड का नाम चयनित हुआ है। 80 करोड़ व्यय कर करीब 150 से 200 लोगों को रोजगार से जोड़ा जाएगा। सोनौली में पयर्टन विभाग के होटल राही (निरंजना) के दिन बहुरने वाले हैं। इसे पीपीपी मोड़ पर संचालित करने के लिए करार हो चुका है। आने वाले दिनों में यह नए लुक में नजर आने के साथ ही बेहतर सुविधाओं से युक्त होगा।

जानकारी के अनुसार, नेपाल जाने के लिए विदेशी पर्यटक अधिक संख्या में आते हैं। बौद्ध अनुयायी भी लुंबिनी जाते हैं। वर्तमान में हालत यह है कि अगर सीमा पर देर हो जाए तो ठहरने के लिए बेहतर होटल नहीं है। पर्यटकों को किसी तरह से नेपाल में ही जाना पड़ता है। उनको अगर भारतीय क्षेत्र में रूकना पड़ता है तो काफी दिक्कत होती है। प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में पर्यटक नेपाल जाते हैं। भारतीय क्षेत्र के महानगरों के अलावा विदेशी सैलानी भी आते हैं। सोनौली में विदेशी पर्यटकों के लिए ठहरने का बेहतर इंतजाम नहीं है। इस समस्या को देखते हुए होटल निरंजन को पीपीपी मोड पर संचालित करने के लिए करार हुआ है।

करीब 39 साल पहले बना था होटल निरंजना
भारत-नेपाल की सोनौली सीमा पर बने निरंजना होटल की हालत आने वाले दिनों में सुधरेगी। करीब 39 वर्ष पहले यह होटल बना था, लेकिन वक्त के साथ यहां सुविधाएं बेकार होती चली गईं। कोविड के दौरान निरंजन होटल में पर्यटक रूके थे। उस वक्त करीब छह माह यह होटल बंद था। भारतीय क्षेत्र में अच्छे होटल नहीं होने से विदेशी पर्यटक नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों के होटलों में ही रुकना पसंद करते हैं। क्योंकि नेपाल में थ्री स्टार से लेकर फाइव स्टार होटल की सुविधा उपलब्ध है। भारतीय क्षेत्र में पर्यटन विभाग का एक मात्र होटल निरंजना है, जिसमें सुविधाओं की कमी से पर्यटक रुकने से हिचकते हैं।

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