नेपाल से सोनौली बार्डर होकर दिल्ली और कुल्लू मनाली जा रहा था चरस


रतन गुप्ता उप संपादक

सोनौली बार्डर पर बृहस्पतिवार को सरहद पर चरस के साथ पकड़े गए आठ आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि नेपाल के अलग-अलग स्थानों से चरस खरीदकर दिल्ली, हिमांचल प्रदेश और कुल्लू मनाली लेकर जाना था। पकड़े गए आरोपियों में चार भारतीय और चार नेपाली नागरिक हैं। इसमें एक 15 वर्षीय किशोरी भी शामिल है।

बुधवार देर रात बॉर्डर की पेट्रोलिंग कर रहे सोनौली पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि भारी मात्रा में चरस भारत आ रही है। इसके बाद टीम ने श्याम काट बगीचे के पास पेड़ के पीछे घेराबंदी कर दी। सुबह करीब पांच बजे एक युवक नेपाल की तरफ से आता दिखाई दिया। जब वह स्ट्रीट लाइट के पास आया तो पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि चरस भैरहवा से खरीदकर दिल्ली बेचने लेकर जा रहा हूं। पुलिस ने जब उसके पिट्ठू बैग की तलाशी ली तो उसमें 20 टुकड़ो में चरस बरामद किया, जिसका वजन नौ किलो 898 ग्राम पाया गया।

दूसरी बरामदगी करीब एक बजे सोनौली मुख्य गेट पर एक बिहार नंबर कार की जांच के दौरान बीच वाली सीट के नीचे डिब्बे से 71 किलो 400 ग्राम चरस बरामद हुआ था। पकड़े गए चारों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि काफी समय से इस धंधे में लिप्त हैं। चरस नेपाल काठमांडो से लेकर बिहार रकसौल सीमा से सटे बीरगंज में सख्ती के कारण सोनौली सीमा से बॉर्डर पार करने का चयन किया गया। दिल्ली पहुंचने के बाद डिलेवरी के लिए लोकेशन मिलता है। रजियाघाट के पास तीन महिलाएं बैठकर बस का इंतजार कर रही थीं। इस दौरान टीम ने तीनों को पकड़ लिया। महिलाओं ने बताया कि नेपाल रुकुम सहित अन्य जिलों से चरस लेकर दिल्ली, वहां से हिमांचल प्रदेश कुल्लू जाना था।
नेपाल से लेकर दिल्ली, हिमांचल प्रदेश तक फैला है धंधा
सोनौली सीमा पर चरस के साथ पकड़े गए आठ आरोपियों से पुलिस सहित सरहद की अन्य खुफिया एजेंसियों की पूछताछ में पता चला कि चरस नेपाल के रुकुम, सल्यान, काठमांडू, दांग और भैरहवा समेत कई जिलों से एकत्रित कर भारत के बिहार दिल्ली और हिमांचल प्रदेश तक पहुंचाया जा रहा है। सोनौली पुलिस को कामयाबी तब मिली जब बीरगंज में दो समुदायों के बीच हुए आपसी विवाद के बाद प्रशासन ने कर्फ्यू लगाया गया है। इसके बाद तस्करों ने उत्तरप्रदेश से लगी सीमा का रुख किया है। तस्करों ने एक पार्टी के झंडे का प्रयोग कर भारत नेपाल की मुख्य सीमा से प्रवेश करने की कोशिश की लेकिन पकड़े गए। तीनों आरोपी बिहार राज्य के हैं, जबकि एक उत्तर प्रदेश खड्डा कुशीनगर जिले के हैं। इसके साथ ही पगडंडियों के सहारे भारत में प्रवेश कर चुकी तीन महिलाएं नेपाल रुकुम जिले की हैं।

डाग स्क्वायड टीम से फिर कराई जांच
सामान्य जांच के दौरान जब सुरक्षा एजेंसियों को कार से कुछ नहीं मिला तो डॉग स्क्वायड टीम की मदद ली गई इसके बाद सफलता मिली। सशस्त्र सीमा बल के स्पेशल डॉग्स लूडो और मोंक को बुलाया गया। इन दोनों ने झट से इशारा कर दिया कि पिछली सीट में कुछ छिपाया गया है। इसके बाद पुलिस ने 71 किलो चरस बरामद कर लिया।

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