रतन गुप्ता उप संपादक
सोनौली बॉर्डर पर 119 किलो चरस के साथ अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार हुए आठ आरोपियाें में से सात को पुलिस ने जेल भेज दिया। जबकि बाल अपचारी को बाल सुधार गृह भेजा है। सुबह, दोपहर व शाम को अलग-अलग स्थानों से कैरियर गिरफ्तार हुए थे। पूछताछ में मिली जानकारी के अनुसार नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो आगे की कार्रवाई में जुटा है।
जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार हुए नवी हसन मिया निवासी ग्राम इनरवा पूर्वी चंपारण बिहार, गुड्डू यादव निवासी ग्राम मठिया थाना राम नगर बेतिया, रानी देवी ग्राम भुजोली बाजार खड्डा कुशीनगर, सीमा देवी ग्राम मठिया बेतिया बिहार, शारदा निवासी सुंचहरी जिला रोल्पा नेपाल, सरू निवासी थारमारे जिला सलयोंन एवं एक किशोरी का चालान किया गया है। सभी से सुरक्षा एजेंसियों ने पूछताछ की।
सूत्र बताते हैं कि जिले में नशे के धंधे का बड़ा बाजार होने के साथ ही प्रदेश के बड़े शहरों से लेकर दूसरे राज्यों में सप्लाई का अच्छा रूट भी है। यही वजह है कि मादक पदार्थों के बड़े तस्करों की नजर यहां हमेशा रहती है। इन दिनों नशे के काले कारोबार की कमर तोड़ने के लिए पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने संयुक्त रूप से अभियान के तहत कार्रवाई की। ऐसे में टीम को सरहद पर लगातार सफलता मिल रही है। पिछले कुछ महीनों के आंकड़ों पर नजर डाले तो देखने को मिलेगा की जांच एजेंसियों की सक्रियता से जिले में चरस, गांजा व अन्य मादक पदार्थों की बरामदगी के साथ अधिक संख्या में आरोपित भी पकड़े जा रहे हैं।कैरियरों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए उच्चाधिकारियों की पहल पर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां सरहद पर नेटवर्क चार्ट तैयार कर चुकी हैं। इतना ही नहीं जांच एजेंसियों आपसी समन्वय भी लगातार बढ़ा रही हैं। हालांकि पुलिस के उच्चाधिकारियों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से बढ़ी धरपकड़ से तस्करों के हौसले टूटे हैं। इसके चलते पिछले करीब एक वर्ष बाद सरहद पर एक साथ बहुत बड़ी मात्रा में चरस की सप्लाई देखने को मिली है। तस्कर नेपाल राष्ट्र से चरस की बड़ी सप्लाई कर जिले के रास्ते प्रदेश के बड़े शहरों के साथ ही दिल्ली, हरियाणा और पंजाब तक पहुंचाते हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक आतिश कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार को सात आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। इसमे एक बाल अपचारी भी शामिल है।