रतन गुप्ता उप संपादक
महराजगंज। जिले के किसानों के लिए अच्छी खबर है। जिले में 3.20 करोड़ रुपये की लागत से चार किसान कल्याण केंद्र बनाए जा रहे हैं। अब किसानों को खेती किसानी के लिए बीज, दवा आदि की सुविधाएं एक ही छत के नीचे मिल सकेंगी। इतना ही नहीं किसानों को उनके क्षेत्र में ही बनने वाले किसान कल्याण केंद्र पर ही उन्नतशील खेती किसानी के तरीके भी बताए जाएंगे। इसके लिए केंद्र में ही हॉल भी बनाया जा रहा है।
जिले में सिसवा, फरेंदा में केंद्र बनकर तैयार हो गया है जबकि बृजमनगंज में बन रहा है। सदर के चौपरिया में निर्माण के लिए टेंडर हो चुका है। किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य पूरा करने के लिए शासन की ओर से व्यवस्था बनाई जा रही है। किसानों को प्रगतिशील किसानों की श्रेणी में लाने के लिए ढांचागत सुविधाएं बनाई जा रही हैं। इसी के तहत जिले में किसान कल्याण केंद्रों में से दो बनकर तैयार हो चुके हैं, एक केंद्र बन रहा है। सदर तहसील क्षेत्र के चौपरिया में किसान कल्याण केंद्र बनने के लिए टेंडर हो चुका है। जबकि फरेंदा व सिसवा ब्लाॅक में केंद्र का निर्माण पूरा हो चुका है।
बृजमनगंज में किसान कल्याण केंद्र बन रहा है। 80.14 लाख रुपये की लागत से एक किसान कल्याण केंद्र का निर्माण किया जा रहा है। शासन की ओर से किसान कल्याण केंद्र के निर्माण का काम कार्यदायी संस्था ग्रामीण अभियंत्रण विभाग को दिया गया है। किसान कल्याण केंद्र बनने से किसानों को भटकना नहीं पड़ेगा। उन्हें सभी सुविधाएं उनके क्षेत्र के ही ब्लॉक में बने केंद्रों पर ही मुहैया हो जाएंगी।
ये मिलेंगी सुविधाएं
बीज
पेस्टीसाइड
कीटनाशक दवाएं
कृषि यंत्र
माइक्रो न्युट्रियंट
जिप्सम
कल्चर
उन्नतशील खेती की नई तकनीक की जानकारी होगी
किसान कल्याण केंद्र के भवन की दूसरी मंजिल पर एक बड़ा मीटिंग हॉल बनाया जा रहा है। इस हॉल के बन जाने से शासन की ओर से संचालित योजनाओं व कार्यक्रम को संचालित करने के लिए विभाग के कर्मचारियों को टिप्स देने के साथ ही किसानों को उन्नतशील खेती की नई तकनीक की जानकारी होगी। अलग-अलग बन रहे केंद्रों पर क्षेत्रीय कर्मचारियों व किसानों को नई तकनीकि की जानकारी देने में मदद मिलेगी। इससे कर्मचारियों व किसानों को बार-बार एक काम के लिए जिला मुख्यालय नहीं जाना होगा। केंद्रों के बनने से किसानों के समय, श्रम व आने-जाने के व्यय की भी बचत होगी।
जिले में किसान कल्याण केंद्रों की स्थापना होने से किसानों को फायदा होगा। किसानों को उनके क्षेत्र के ही केंद्र पर उनके जरूरत की सुविधाएं मिल जाएंगी। किसी काम के लिए किसानों को भटकना नहीं पड़ेगा। इससे किसानों के समय व व्यय की बचत होगी। जिले के सिसवा, फरेंदा में केंद्र बनकर तैयार है। बृजमनगंज में बन रहा है। सदर के चौपरिया में जमीन चिह्नित कर ग्रामीण अभियंत्रण विभाग को टेंडर दिया जा चुका है।
-वीरेंद्र कुमार, जिला कृषि अधिकारी