रतन गुप्ता उप संपादक
गर्मी ने तापमान बढ़ा दिया अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। रविवार को गर्मी में और इजाफा हो गया। अधिकतम तापमान दो डिग्री तक चढ़ गया। इस कारण तेज धूप व उमस ने दिन भर लोगों को बेहाल रखा। शनिवार के मुकाबले शनिवार को अधिकतम तापमान 42 से बढ़कर रविवार को 44 डिग्री पहुंच गया। जबकि न्यूनतम तापमान भी 29 डिग्री दर्ज किया गया।
मौसम विभाग का मानना है कि फिलहाल गर्मी से राहत मिलने के कोई आसार नहीं है। रविवार सुबह से ही धूप की तल्खी व उमस के कारण लोग बेहाल नजर आए। चिलचिलाती दुपहरी में ऐसा प्रतीत हुआ जैसे त्वचा झुलस रही हो। शहर के मुख्य चौराहों पर बहुत कम आवाजाही दिखाई दी। दोपहर वाहन सवार ही नहीं पैदल जाने वाले लोग भी चेहरों को कपड़ों व गमछों से ढककर जाते दिखे। कस्बे में बाइक से गुजरे रहे बबलू यादव ने कहा कि गर्मी के कारण चक्कर आ रहा है। पानी पीने पर भी बार बार गला सूख रहा है। उधर स्टेशन पर यात्री परेशान दिखे।
बसों में भीड़ के कारण लोगों को आने जाने में परेशानी हुई। पसीने से भीगे हुए लोग किसी तरह से खड़े होकर सफर किए। जिला अस्पताल में मरीजों समेत तीमारदार भी परेशान दिखे। अस्पताल के बरामदे में बैठी सुमित्रा देवी ने कहा कि गर्मी से परेशान हो रही हैं। मिचली के साथ उल्टी जैसा महसूस हो रहा है। दूसरे ओर बाजार एसी की बिक्री भी बढ़ गई है। रविवार को छुट्टी के दिन पांच एसी एक दुकान से बिक गई। कारोबारी सुमित वर्मा कहते हैं कि पंखे का स्टाॅक भी समाप्त होने के कगार है। गर्मी का तेवर इसी तरह से रहेगा तो आने वाले दिनों में एसी की स्टाॅक भी समाप्त हो जाएगा।
मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय ने बताया कि आने वाले दिनों में गर्मी और इजाफा होगा। माना जा रहा है कि अगले नौ दिनों तक गर्मी का रौद्र रूप देखने को मिलेगा।
अलर्ट मोड पर स्वास्थ्य विभाग, बढ़ाई सतर्कता
नौतपा को लेकर जिले में अलर्ट जारी किया गया है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर पर है। जिला अस्पताल से लेकर सभी सीएचसी पर लू और गर्मी से बचाव के लिए इंतजाम किए गए हैं। सीएमओ डॉ. नीना वर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जिले में तैनात सभी डॉक्टरों व अधीक्षकों को निर्देशित कर दिया गया है। समय पर लोगों को इलाज दिए जाने को लेकर सख्त निर्देश दिए गए हैं। गर्मी को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है।
फसलों पर भी प्रभाव
गर्मी व गर्म हवा का असर फसलों पर दिखाई देने लगा है। खासतौर पर गन्ना, मक्का, बाजरा आदि की फसल पर गर्मी का प्रभाव पड़ सकता है। वहीं, सब्जियों की फसल भी प्रभावित हो सकती है। जिला कृषि अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि बढ़ते तापमान में फसलों को बचाने का उपाय सिर्फ समय पर सिंचाई करना है। किसानों को शाम के समय हल्की सिंचाई करनी चाहिए। दोपहर या सुबह की सिंचाई फसलों को नुकसान पहुंचाएगी।
तीन से चार बार पशुओं को पानी पिलाएं
गर्मी का असर आम जनमानस पर ही नहीं पशुओं पर भी पड़ रहा है। विशेषकर घर में पाले जाने वाले मवेशियों के खान-पान को लेकर भी सावधानी बरतने की जरूरत है। सीवीओ डॉ. उदयनाथ सिंह ने चेताया कि पशुओं को पेड़ व घरों के अंदर छांव में ही बांधे। गर्मी से बचाने के लिए कूलर लगाकर उन्हें गर्मी से बचा सकते हैं। सबसे सस्ता और सरल उपाय यह है कि जहां पशु बांधे जाते हैं। वहां जूट के बोरे को पानी से भिगोकर टांग लें। तीन से चार बार पशुओं को पानी पिलाएं। इसके साथ ही पशुओं को सुबह शाम नहलाएं चाहिए। हरा चारा काट कर लाते समय देख लें कि उसकी पत्तियां सिकुड़ी या सूखी हुई तो नहीं हैं। इस तरह की पत्तियां पशुओं के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
- भीषण गर्मी पर से जरूरत पड़ने पर ही निकलें।
- घर से बाहर मुंह ढककर ही निकले।
- सूती, ढील और आरामदायक कपड़े ही पहनें।
- घर से खाली पेट बाहर ना निकलें।
-पानी, छाज, ओआरएस का घोल पीते रहें।
-लस्सी, नींबू, आम का पन्ना पी सकते हैं।
-तेल-मसाले का कम से कम सेवन करें।
मौसम का तेवर देख प्रशासन भी सतर्क
एक जून को जिले में मतदान होना है। गर्मी का तेवर देखकर प्रशासन की ओर से विशेष सतर्कता बरती जाएगी। बूथों पर टेंट लगाने के साथ ही पेय जल के बेहतर इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। मतदान के दिन जरूरत होने पर त्वरित इलाज की सुविधा उपलब्ध रहेगी। अपर जिलाधिकारी डाॅ. पंकज कुमार वर्मा ने बताया कि गर्मी से बचाव के लिए बूथों पर बेहतर इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं