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रतन गुप्ता उप संपादक
महराजगंज। श्यामदेउरवां थाना क्षेत्र के ग्राम सभा कोटवा निवासी अरमान की मौत के बाद सोमवार को गांव में सन्नाटा पसरा रहा। देर शाम अरमान का शव घर पहुंचा और उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। उधर, फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी कार्यालय बंद कर फरार हो गए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कोटवा निवासी अरमान के ऊपर पत्नी और एक बेटा व एक बेटी की जिम्मेदारी थी। वह दैनिक मजदूरी कर परिवार का पेट पालता था। घर की माली हालत ठीक न होने के कारण अरमान का बड़ा बेटा रेहान 17 रोजी रोटी के लिए मुंबई चला गया। फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी रोजाना उसके घर आते और उसकी पत्नी को भला बुरा कहते थे। उनकी प्रताड़ना से तंग आकर चार दिन पहले अरमान ने पत्नी और बेटी को उसके मायके कसया कुशीनगर भेज दिया था। फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी उसके घर से गैस सिलेंडर व चूल्हा उठा ले गए थे, जिससे वह भोजन भी नहीं बना पा रहा था। उधर, अरमान की मौत के बाद फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी परतावल पनियरा मार्ग पर स्थित अपना कार्यालय बंद कर फरार हो गए। प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। सभी बिंदुओं पर जांच पड़ताल की जा रही है। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।