रतन गुप्ता उप संपादक
देश में एनडीए की सरकार बन चुकी है और नरेंद्र दामोदर दास मोदी देश के तीसरी बार पीएम बन गए हैं। रविवार शाम को उन्होंने प्रधानमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ ली और उनके साथ 71 मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण की।
शपथ लेने वालों में हाजीपुर लोकसभा सीट से चुने गए चिराग पासवान भी शामिल थे। पूर्व दिग्गज नेता राम विलास पासवान के बेटे चिराग जब शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे तो उनका लुक काफी डैशिंग था, जिसके बारे में सोशल मीडिया पर काफी बातें भी हुई थीं।
41 साल के चिराग पासवान एनडीए गठबंधन का अहम हिस्सा रहे हैं। पीएम मोदी को पिता तुल्य बताने वाले चिराग को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री (Minister of Food Processing Industries) बनाया गया है।
‘पीएम मोदी ने मुझे ये मौका दिया, मैं इसे पूरी जिम्मेदारी से संभालूंगा’
खास बात ये है कि उनके पापा रामविलास पासवान भी Ministry of Consumer Affairs, Food and Public Distribution का विभाग संभाल चुके हैं। मंत्रालय मिलने के बाद चिराग ने कहा कि ‘मैं बहुत खुश हूं कि पीएम मोदी ने मुझे ये मौका दिया, मैं इसे पूरी जिम्मेदारी से संभालूंगा।’ आपको बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान कई जगहों पर चिराग को ‘मोदी के हनुमान’ कहकर संबोधित किया गया था।
बिहार का छोरा बन गया सांसद, हाजीपुर में किया कमाल
आपको बता दें कि हाजीपुर समेत पूरे बिहार में चिराग पासवान ने जिस तरह से चुनावी बैटिंग की है, उसने जनता को काफी प्रभावित किया है और इसी का नतीजा है कि बिहार का ये छोरा आज संसद पहुंच चुका है।
काफी पढ़े लिखे हैं चिराग पासवान, फिल्म में भी किया है काम
गौरतलब है कि बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी से कंप्यूटर में बीटेक करने वाले चिराग पासवन वर्तमान में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
चाचा पशुपति पारस से मतभेद होने पर बनाई अलग पार्टी
साल 2019 में वो अपने पिता की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे लेकिन चाचा पशुपति पारस से मतभेद होने के बाद चिराग ने साल 2021 मे लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का गठन किया और अध्यक्ष बने।
चिराग ने किया ‘मिले ना मिले हम’ फिल्म में काम
राजनीति की दुनिया में आने से पहले चिराग ने रूपहले पर्दे पर भी काम किया है। उन्होंने ‘मिले ना मिले हम’ फिल्म में काम किया था जो कि साल 2011 में रिलीज हुई थी, खास बात ये है कि इस फिल्म में उनकी हिरोईन कंगना रनौत थीं, जो कि खुद इस बार मंडी से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंची है
मालूम हो कि मोदी के साथ 30 कैबिनेट मंत्रियों, 5 स्टेट मिनिस्टर्स (स्वतंत्र प्रभार) और 36 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली। जिनके विभाग का खुलासा आज हो सकता है। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव में एनडीए ने पूर्ण बहुमत हासिल किया जबकि भाजपा को केवल 240 सीटें मिलीं हैं।
पहले दोनों कैबिनेट से अलग है इस बार की कैबिनेट
हालांकि वो बहुमत तक अकेले नहीं पहुंच पाई लेकिन एनडीए को बहुमत होने से देश में एनडीए की वापसी हुई है। इसी वजह से मोदी 3 की कैबिनेट पहले दोनों कैबिनेट से अलग है।
JDU, TDP, LJP और शिवसेना शिंदे का सहयोग
इस बार सरकार बनाने में JDU, TDP, LJP और शिवसेना शिंदे का अहम योगदान रहा है, जिसके कारण इस बार मोदी कैबिनेट के 11 सांसद सहयोगी दलों के हैं और मोदी 2 के कई कद्दावर मंत्रियों का पत्ता इस बार काट दिया गया है, जिसमें अनुराग ठाकुर का नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है। आपको बता दें कि मोदी के कैबिनेट में 21 सवर्ण, 27 ओबीसी, 10 दलित, 5 आदिवासी और 5 अल्पसंख्यक वर्ग को जगह दी गई है और एक भी मुस्लिम सांसद ने रविवार को शपथ नहीं ली।