रतन गुप्ता उप संपादक
गोरखपुर के खोराबार के आबकारी इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह को हनीट्रैप में फंसाकर रंगदारी मांगने का मामला प्रकाश में आया है। उनसे जबरन वसूली का प्रयास किया गया। उपेंद्र की तहरीर पर खोराबार थाने में आरोपी महिला जागृति सचान और दो अज्ञात युवकों पर रंगदारी मांगने का केस दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार, पुलिस को दी तहरीर में सहारा इस्टेट निवासी आबकारी इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह ने बताया कि 20 दिन पहले उनके पास टूर एंड ट्रेवल्स कंपनी का मैसेज आया। उन्होंने मैसेज कर पूछा कि उनका नंबर कैसे मिला। उधर से जवाब आया कि उनके पास डेटा रहता है। फिर एक महिला जागृति सचान का फोन आया। उन्होंने टूर पैकेज मंगाया।
आरोप है कि महिला इसके बाद उन्हें बार-बार कॉल करने लगी। एक दिन उसने फोन कर वीडियो काॅल पर शावर का फोटो मांगा, लेकिन इंस्पेक्टर ने मना कर दिया। फिर महिला ने 25 हजार रुपये उधार मांगे। मना करने पर उसने कहा कि कोई बात नहीं। फिर नौ जून को फोन कर दोबारा रुपये मांगे। महिला ने 10 जून को फोन कर कहा कि वह ऑफिस के काम से नेपाल जा रही है, उनसे मिलना है।
उन्होंने मना कर दिया। इसके बाद 11 जून को एक व्यक्ति ने कॉल कर खुद को पत्रकार बताया और कहा कि बदनाम हो जाओगे नहीं तो उसके पास दो लाख रुपये भेज दो। साथ ही उसने वीडियो कॉल पर बातचीत का ऑडियो सुनाया। फिर 14 जून को फोन कर कहा-तुम्हारी शिकायत तुम्हारे विभाग में हुई है।
जब आबकारी इंस्पेक्टर दफ्तर पहुंचे तो पता चला कि महिला ने शोषण की शिकायत की है। इंस्पेक्टर ने सभी आरोपों को गलत बताते हुए खोराबार थाने में केस दर्ज कराया है।