रतन गुप्ता उप संपादक
अखिलेश यादव ने कहा कि विभिन्न परीक्षाओं का पेपर लीक होना परीक्षा में सेंटर से लेकर सॉल्वर तक की धांधली परीक्षा कराने वाली एजेंसी का काम शक के घेरे में आना रिजल्ट में ग्रेस मार्क्स की हेराफेरी मनचाहे सेंटर मिलना एक ही सेंटर से कई छात्रों का चयन होना और 100 प्रतिशत आना केवल परीक्षा प्रबंधन की समस्या नहीं है।
पेपर लीक होना एक मानसिक त्रासदी: अखिलेश यादव
बोले- युवाओं को संभालना माता-पिता के लिए मुश्किल—
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को एक बार फिर प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक मामले को लेकर भाजपा सरकार को घेरा।
अखिलेश ने कहा कि विभिन्न परीक्षाओं का पेपर लीक होना, परीक्षा में सेंटर से लेकर सॉल्वर तक की धांधली, परीक्षा कराने वाली एजेंसी का काम शक के घेरे में आना, रिजल्ट में ग्रेस मार्क्स की हेराफेरी, मनचाहे सेंटर मिलना, एक ही सेंटर से कई छात्रों का चयन होना और 100 प्रतिशत आना केवल परीक्षा प्रबंधन की समस्या नहीं है।
इन सबसे बढ़कर यह एक मानसिक त्रासदी है, जिससे न केवल परीक्षा देने वाले युवा बल्कि उनके माता-पिता भी ग्रसित हो रहे हैं। सरकार इस संकट को एक मनोवैज्ञानिक दृष्टि से भी देखे और कम से कम युवाओं के मामलों को अपने चौतरफा भ्रष्टाचार से मुक्त रखें।
अखिलेश बोले- कौन लेगा गारंटी?
सपा अध्यक्ष ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि अगर पुलिस भर्ती, एआरओ, नीट जैसी अन्य परीक्षाएं रद्द होकर दोबारा होती भी हैं तो इस बात की गारंटी कौन लेगा कि अगली बार परीक्षा आयोजित किए जाने पर ऐसा कुछ भी घपला-घोटाला नहीं होगा।
जब सरकार वही है और उसकी व्यवस्था भी वही है तो ये सब धांधलियां कहीं फिर से सरकार संरक्षित ‘परीक्षा माफिया’ के लिए पैसा कमाने का जरिया न बन जाएं। युवा मानस वैसे ही बहुत नाजुक होता है, ऐसे में उनको संभालना माता-पिता के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है।