रतन गुप्ता उप संपादक
नेपाल में बाबुराम भट्टराई नेतृत्व के नेपाल समाजवादी पार्टी (नेसपा) ने अपनी पार्टी से महिन्द्र राय यादव के साथ ही अन्य नेताओं को निष्कासित कर दिया है ।
यादव प्रतिनिधि सभा सदस्य छन् । २०७९ के चुनाव में नेसपा अध्यक्ष समेत रहे यादव ने नेकपा (माओवादी केन्द्र) के चुनाव चिह्न से सर्लाही क्षेत्र नम्बर २ से निर्वाचन जीता था ।
इसी तरह नेसपा ने पार्टी के सह अध्यक्ष समेत रहे बागमती प्रदेश सभा सदस्य गंगानारायण श्रेष्ठ को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया है । श्रेष्ठ बागमती में आन्तरिक मामिला तथा कानून मन्त्री हैं । वें २०७९ के चुनाव में माओवादी के चुनाव चिह्न से सिन्धुली क्षेत्र नम्बर २ के प्रदेश सभा क्षेत्र २ से निर्वाचित हुए थे । उनके साथ ही नेसपा ने रमेशप्रसाद यादव के साथ ही और लोगों को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया है ।
नेसपा द्वारा निष्कासित किए जाने वाले ये तीनों ही माओवादी केन्द्र से एकता करने में सहमति भरी थी । २०८० चैत ३ गते बालुवाटार में इन तीनों ने पार्टी एकता करने में सहमति की थी । लेकिन पार्टी एकता करने की सहमति में अध्यक्ष भट्टराई सहमत नहीं थे ।
नेसपा ने यादव सहित तीन नेताओं को पार्टी सदस्य से निष्कासित करने की जानकारी निर्वाचन आयोग को दे दिया था । आयोग से उक्त विवरण अद्यावधिक होने की जानकारी आई है । जिसका नेसपा ने विज्ञप्ति निकालकर उल्लेख किया है । नेसपा कार्यालय प्रमुख रोशन पोखरेल ने रविवार को निकाले विज्ञप्ति में यादव सहित अन्य को नेसपा के सदस्य से हटाए जाने का उल्लेख किया है । यादव सहित नेताओं को नेसपा के नाम, चुनाव चिह्न, लोगो और झण्डा का प्रयोग नहीं करने को भी नेसपा ने कहा है ।
इससे पहले माओवादी ने अपने चुनाव चिह्न लेकर गोरखा क्षेत्र नम्बर २ के प्रदेश सभा क्षेत्र १ से निर्वाचित नेपाल समाजवादी पार्टी के नेता समेत रहे प्रदेश सभा सदस्य फणिन्द्र देवकोटा को ’ह्विप उल्लंघन करने’ के कारण कारवाई की थी । माओवादी द्वारा कारवाई करने के बाद देवकोटा पदमुक्त हुए थे । मुख्यमन्त्री सुरेन्द्रराज पाण्डे को विश्वास मत देने के बाद माओवादी ने देवकोटा पर कारवाई की थी