नगरपंचायत आनन्दनगर का मामला शासन तक पहुंचा नपं कर्मियों का मामला, अध्यक्ष से मांगा स्पष्टीकरण


रतन गुप्ता उप संपादक

नगर पंचायत आनंदनगर के कर्मचारियों का मामला शासन तक पहुंच गया है। शासन ने 15 दिनों में अध्यक्ष से स्पष्टीकरण मांगा है। जवाब न देने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। वहीं नगर पंचायत अध्यक्ष विजय लक्ष्मी जायसवाल ने कहा कि शासन के नोटिस का जवाब दिया जाएगा, जिसमें दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की जाएगी।

नगर पंचायत आनंदनगर में सफाई कर्मचारियों के साथ अन्य कर्मचारियों का पांच माह से वेतन न मिलने का मामला शासन तक पहुंच गया। ईओ व अध्यक्ष के आपसी विवाद में करीब 120 कर्मचारियों का वेतन भुगतान नहीं हो पा रहा है। करीब पांच महीनों से कर्मचारी विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। मामले को लेकर तीन बार कर्मचारी हड़ताल भी कर चुके हैं। स्थिति खराब होते देख प्रशासन ने भी अपने रूख में बदलाव करते हुए दूसरे नगर से सफाई कर्मचारी बुलाकर साफ-सफाई कराया।
एडीएम डॉ. पंकज कुमार के शीघ्र वेतन भुगतान के आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल समाप्त किया था। ईओ अध्यक्ष के बीच विवाद की जानकारी शासन को मिलने के बाद नगर विकास सचिव धर्मेद्र प्रताप सिंह ने नगर पंचायत अध्यक्ष को नोटिस भेजकर पंद्रह दिनों में स्पष्टीकरण मांगा गया है।

नगर विकास सचिव ने कर्मचारियों के वेतन न मिलने को लेकर नोटिस भेजा है। जवाब दिया जाएगा। जिसकी जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नगर पंचायत के कर्मचारियों के वेतन का भुगतान शीघ्र हो जाएगा।
-विजय लक्ष्मी जायसवाल, नगर पंचायत अध्यक्ष आनंदनगर

अध्यक्ष का हस्ताक्षर मिसमैच होने से नहीं हो सका कर्मचारियों का भुगतान
फरेंदा। आदर्श नगर पंचायत आनंदनगर में अध्यक्ष व ईओ के विवाद के कारण कर्मचारियों के पांच माह का वेतन भुगतान नहीं हो सका। बैंक ने पत्र जारी कर अध्यक्ष विजयलक्ष्मी जायसवाल के हस्ताक्षर को मिसमैच बताया है। नगर अध्यक्ष व ईओ पूजा सिंह परिहार ने बैंक में नगर अध्यक्ष का हस्ताक्षर में अंतर होने का आरोप लगाया था। जिस पर बैंक ने भी अध्यक्ष के हस्ताक्षर में अंतर पाया गया है। इससे कर्मचारियों का वेतन भुगतान एक बार फिर नहीं हो सका है। नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि राजेश जायसवाल ने बताया कि हस्ताक्षर मिसमैच कभी कभार हो जाता है। फिर हस्ताक्षर होगा।

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