रतन गुप्ता उप संपादक
नेपाल में योग को लेकर भारत सरकार ने जो प्रस्ताव रखा था उसका १७५ सदस्य राष्ट्रों ने समर्थन किया । इस प्रस्ताव के आधार पर ही सन् २०१४ में संयुक्त राष्ट्रसंघ ने जून २१ को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के रुप में नामित किया ।
प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने नेपाल के सम्माननीय प्रधानमन्त्री सहित विश्व के नेताओं को सम्बोधित कर अपने सन्देश में कहा है कि “बिते दशक में जो प्रस्ताव के रुप में संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासभा से शुरु की गई थी अब वो स्वास्थ्य और कल्याण के प्रवर्द्धन के लिए वैश्विक आन्दोलन में परिणत हो चुकी है । योग को आज विश्व के सभी संस्कृति और सभी महादेशों ने अपनाया है ।
अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के १० वें संस्करण मनाने के लिए काठमांडू स्थित भारतीय राजदूतावास और वीरगंज स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास ने काठमांडू, पोखरा, लमजुङ, लुम्बिनी, जनकपुर, चितवन, वीरगंज, हेटौंडा, गौर और पोखरिया सहित नेपाल के १० शहर और नगरपालिका में शृंखलाबद्ध रुप से विभिन्न कार्यक्रम का आयोजना किया ।
इस वर्ष की थीम “स्वयं और समाज के लिए योग” है । इस (थिम) के अनुरुप ही भारतीय राजदूतावास ने मुख्य कार्यक्रम तारीख २०८१ जेठ २५ गते काठमांडू में पहला पूज्य पशुपतिनाथ मन्दिर में योग प्रदर्शन और दूसरा माइती नेपाल के बच्चियों के लिए व्याख्यान सहित प्रदर्शन कर दो कार्यक्रम का आयोजना किया था ।
मानव चेतना और प्रकृति के बीच योग की भूमिका एक सेतु के रुप में है । इन बातों पर जोर देते हुए काठमांडू स्थित भारतीय राजदूतावास ने २०८१ असार ५ गते पोखरा के फेवा ताल के किनारे ४५० से भी ज्यादा सहभागियों के लिए योग तथा ध्यान अभ्यास का आयोजन किया । इसी तरह आयुर्वेद अभ्यासकर्ताओं के साथ मिलकर पोखरा विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए दूतावास ने योग प्रदर्शन तथा निःशुल्क स्वास्थ्य परामर्श का भी पनि आयोजन किया । कार्यक्रम में पोखरा विश्वविद्यालय के उप–कुलपति तथा और भी वरिष्ठ प्राध्यापकों की सहभागिता थी ।
नेपाल स्थित भारतीय राजदूतावास ने २०८१ असार ६ गते को पोखरा के तीन प्रख्यात स्थल में योग प्रदर्शन का आयोजन किया । जिनमें पहला सराङ्कोट भ्यू पोइन्ट जहाँ से अन्नपूर्ण हिम श्रृङ्खला का मनोरम दृश्य अवलोकन किया जा सकता है । दूसरा पुम्दीकोट स्थित शिव मन्दिर जहाँ से आध्यात्मिक वातावरण और भव्य दृश्य एक ही साथ महसूस और देख सकते हैं तथा तीसरा शान्ति स्तुप में आयोजन किया गया था । योग करने से शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक फायदें के बारे में प्रकाश डालते अनुभवी योग प्रशिक्षक ने सहभागियों को विभिन्न आसन, प्राणायाम और ध्यान विधि के बारे में जानकारी दी ।
इसी तरह भारतीय राजदूतावास ने लुम्बिनी विकास कोष, के सहकार्य में एक बृहत् योग प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया ।
इसी तरह भारत के महावाणिज्य दूतावास ने भी जनकपुर, चितवन, वीरगंज, हेटौंडा, गौर तथा पोखरिया में भी अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया ।
अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के १० वें संस्करण को समापन के लिए भारतीय राजदूतावास मध्य नेपाल नगरपालिका के सहकार्य में २०८१ असार ८ गते सुन्दर लमजुङ जिल्ला में योग प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन करेगा ।
योग और समग्र स्वास्थ्य अभ्यास में साझा रुचि के आधार में भारतीय राजदूतावास नेपाल के साथ जनता–जनता और साँस्कृतिक आदान प्रदान को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है