बागापार के केवलापुर खुर्द में सामुदायिक शौचालय पर लटक रहा ताला


रतन गुप्ता उप संपादक

बागापार। सदर ब्लाॅक के ग्राम पंचायत केवलापुर खुर्द में लाखों रुपये की लागत से बनाए गए सामुदायिक शौचालय पर ताला लटक रहा है। गांव के लोगों की मुश्किलों को आसान बनाने के लिए भारी भरकम बजट खर्च कर बने इस शौचालय का लाभ किसी को नहीं मिल पा रहा है। शौचालयों के रख-रखाव का जिम्मा समूहों को सौंप तो दिया गया, लेकिन इसकी सही तरह से मॉनिटरिंग नहीं हो रही है। यहां पर लगे हैंडपंप भी खराब हैं। पानी की टंकी भी क्षतिग्रस्त पड़ी है। टोटियां भी टूटी हुई हैं।

स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले के सभी गांवों में सामुदायिक शौचालय बनाने के निर्देश दिए गए। सामुदायिक शौचालयों को समूहों को सौंप दिया गया है, जिनके साफ-सफाई व संचालन की जिम्मेदारी उन्हीं की है। हालांकि ऐसा हो नहीं रहा है। अधिकांश गांवों में बने सामुदायिक शौचालयों में ताला लटक रहा है। इससे आस-पास के लोग इस महत्वपूर्ण योजना से वंचित हैं।

समूहों को दिए जा रहे हैं नौ हजार रुपये
सामुदायिक शौचालयों के संचालन का जिम्मा समूहों को दिया गया है। इसकी साफ-सफाई के लिए नौ हजार रुपये भी दिए जा रहे हैं। बावजूद इसके अधिकांश सामुदायिक शौचालयों में ताले लटक रहे हैं। केवलापुर खुर्द गांव में तैयार सामुदायिक शौचालय का ताला आज तक नहीं खुला। तकरीबन आठ हजार आबादी को देखते हुए यहां सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया था। ग्रामीण अंगद चौहान, महेंद्र उपाध्याय, हरीश पासवान, दिनेश पासवान, रघुवर चौहान, गोविंद चौहान, राजकुमार राव, भगेलू मद्धेशिया, अरविंद चौधरी, हरिदयाल साहनी आदि ने बताया कि उम्मीद थी कि केवलापुर खुर्द में बने सामुदायिक शौचालय से काफी संख्या में लोगों को लाभ मिलेगा। गांव के लोगों को भी काफी दिक्कत होती थी। निर्माण पूर्ण होने के बाद भी इसमें ताला बंद रखना समझ से परे हैं।

शौचालयों को समूहों को दिया गया है, इन्हें हर हाल में चलना चाहिए। बीडीओ को पत्र भेजकर इसकी जांच कराई जाएगी। यदि संबंधित समूह इसका संचालन नहीं करा पाएगा तो उसके स्थान पर दूसरे समूह को दे दिया जाएगा।

  • संतोष कुमार राय, मुख्य विकास अधिकारी

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