रतन गुप्ता उप संपादक
भारत नेपाल बार्डर का आखरी रेलवे स्टेशन नौतनवा से नेपाल भेजने वाले ओवरलोडिंग टको टेलरों को कौन चला रहा इसकी पता खुफिया विभाग को हो चुकी है । कुछ सालों में वह व्यक्ति अरबपति बन गया है । जांच शुरु हो चुकी है ।
महराजगंज गोरखपुर ,अब ओवरलोड वाहनों को अवैध रूप से चलवाकर वसूली करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों की धरपकड़ होगी। ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों पर खुफिया विभाग की नजर है। स्थानीय खुफिया विंग इस पर काम करेगी। इसमें संलिप्त लोगों की रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। इसके बाद उनकी धरपकड़ करने के साथ कार्रवाई करेगी। शिकायत मिलने के बाद शासन ने इसे संज्ञान में लिया और जांच करने का निर्देश दिया है।
ओवरलोड वाहनों से जहां सड़क हादसे होते हैं। वहीं, दूसरी ओर से सड़क पर क्षमता से अधिक बोझ पड़ने से समय से पहले खराब होती हैं। इसलिए शासन ओवर लोडिंग वाले वाहनों पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है, लेकिन मोटी कमाई के लिए कुछ अधिकारी और कर्मचारी बेधड़क ओवर लोड वाहनों को चलवाते हैं। वह कार्रवाई करने के बजाय खुद इस कार्य में लिप्त हैं। ऐसा शासन के संज्ञान में आया है।
इसको संज्ञान में लेकर मुख्य सचिव दुर्गा प्रसाद मिश्र ने सभी कमिश्नर व डीएम समेत पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि एलआईयू के माध्यम से अवैध वसूली में लिप्त अधिकारियों की सूचना एकत्रित करें और इसकी सूचना तत्काल शासन व परिवहन आयुक्त को उपलब्ध कराई जाए, ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके। यह भी निर्देश दिए हैं कि कुछ अराजक तत्व विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों के सहयोग से सूचना लीक कर ओवरलोड वाहनों के चालकों को दे देते हैं। ऐसी स्थिति में गठित टास्क फोर्स अराजक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाए। साथ ही ओवरलोडिंग रोकने की कार्रवाई की सूचना हर पखवाड़े शासन को उपलब्ध कराई जाए।
हर माह इतनी कार्रवाई का दावा
एआरटीओ विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक हर माह औसतन 30 वाहनों का ओवरलोडिंग में चालान किया जाता है। इसमें गिट्टी, मोरंग, अनाज लदे वाहन शामिल हैं। शुक्रवार को ओवरलोड मिलने पर 16 वाहनों का चालान किया गया है।
लगातार ओवरलोड चलने वाले वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है। शासन की ओर से पत्र आया है। शासन के दिशा- निर्देशों का पालन किया जाएगा।
-सुरेश कुमार, एआरटीओ प्रवर्तन