रतन गुप्ता उप संपादक
तिलसुवा गांव में रहने वाले रामजीत भाजपा समर्थक हैं। गुरुवार रात वह उन्नाव से अपनी बहन को लेकर बाइक से लौट रहे थे। आरोप है कि इस बीच घात लगाए बैठे सपा समर्थकों ने उन्हें रोका। गाली-गलौज करने लगे। मारपीट शुरू कर दी और बोले कि घर पर भाजपा का झंडा लगा लिए हो तो खुद को नेता समझते हो।
मलिहाबाद के तिलसुवा गांव में गुरुवार देर रात हुई घटना—————-
छह से अधिक घायल, दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमा—————-
तिलसुवा गांव में देर रात चुनावी रंजिश को लेकर भाजपा और सपा समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हुई। दोनों पक्षों से लाठी-डंडे और पत्थर चले। एक पक्ष ने दूसरे पर फायरिंग और लूट का आरोप लगाया है। दोनों पक्षों से घायल छह से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों पक्षों की तहरीर पर एक दूसरे पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
तिलसुवा गांव में रहने वाले रामजीत भाजपा समर्थक हैं। गुरुवार रात वह उन्नाव से अपनी बहन को लेकर बाइक से लौट रहे थे। आरोप है कि इस बीच गांव में मंदिर के पास घात लगाए बैठे सपा समर्थक अतुल यादव, विशाल, बालेंद्र, शिवम यादव, पियूष, हर्षित, अभिषेक, आवेश, लोकेश, प्यारा और पंकज ने उन्हें रोका। गाली-गलौज करने लगे। जातिसूचक
लाठी-डंडों से हमला
मारपीट शुरू कर दी और बोले कि घर पर भाजपा का झंडा लगा लिए हो तो खुद को नेता समझते हो। यह कहने के बाद लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। शोर शराबा सुनकर ग्रामीण सुशील यादव, लल्ला, विशाल, शिवकुमार ने बीच-बचाव का प्रयास किया तो आरोपित उन पर भी हमलावर हो गए। पथराव कर दिया। वहीं, अतुल पक्ष से रमेश का आरोप है कि वह घर पर थे।
इस बीच भाजपा समर्थक लल्ला, अनुपम, रूपेश, जीत बहादुर, राज बहादुर, मान सिंह, जयसिंह, आकाश, सुधीर, कुशाग्र यादव, राजन, अनिल, टिंकू, शिवकुमार पहुंचे और गाली-गलौज कर हमला बोल दिया। उक्त लोगों के पास सरिया, डंडे और असलहे थे। बेटी रीतू, शीतू, पत्नी सरला के अलावा पल्लवी और अन्य को पीटा। सोने की चेन, झुमकी नोच ली। शोर सुनकर बचाव में दौड़े पड़ोसी अजय, पियूष, नीलू और अन्य को भी पीटा
छह से अधिक लोग घायल
हमले में दोनों पक्षों से छह से अधिक लोग घायल हुए। कुछ को लोकबंधु और कुछ को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि चुनाव के दौरान भी दोनों पक्षों में नोकझोंक हुई थी। एसीपी वीरेंद्र विक्रम सिंह के मुताबिक दोनों पक्षों से लोग चोटिल हुए हैं। इलाज कराया गया है। दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की विवेचना की जा रही है। फायरिंग का आरोप निराधार है