रतन गुप्ता उप संपादक
महराजगंज के बागापार सदर क्षेत्र में बांधों की हालत बहुत ही दयनीय है। यह देख आसपास के लोगों में संभावित बाढ़ की आशंका सताने लगी है। अगर इस वर्ष बाढ़ आई तो भारी तबाही मचेगी। चानकी से रघुनाथपुर 16 किलोमीटर लंबे बांध की स्थिति कई जगहों पर कमजोर दिखने से ग्रामीणों की बेचैनी बढ़ गई है।
बाढ़ से निपटने के दावे तो किए जा रहे हैं, लेकिन अब तक जर्जर व क्षतिग्रस्त बंधे की मरम्मत नहीं की गई है, जिससे लोगों की अभी से नींद उड़ गई है। कमजोर और जर्जर बांध पहाड़ी नदियों के पानी के दबाव को रोक नहीं पाएंगे। बांध टूटने से जिले के सैकड़ों गांव में भारी तबाही आ जाती है। हजारों लोग बेघर हो जाते हैं। लोग सरकारी इमदाद के लिए हाथ फैलाए इधर-उधर धक्के खाते हैं। बावजूद इसके अभी तक नदियों के टूटे बांध की मरम्मत नहीं कराई जा रही है। पहाड़ी नदियां बारिश के दिनों में सैकड़ों गांव की तबाही का इबारत लिखेंगी।
सभी बंधे सुरक्षित हैं। जरूरत के अनुसार काम कराया गया है। अगर कहीं कमी है तो उसे जल्द ठीक करा दिया जाएगा।
-राजीव कपिल, अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग
रोहिन नदी के बंधे जर्जर
नेपाल के पहाड़ों से निकली रोहिन नदी सदर तहसील के सैकड़ों गांवों से होकर गुजरती है। इसके जर्जर बांध बरसात के दिनों में यहां के लोगों पर कहर बरपाते हैं। छह किलोमीटर बांध चट्टा टोला, चानकी घाट, जिनवापुर, आराजी जगपुर, बीरबल टोला, रघुनाथपुर, अमहवा, कुड़िया, सोनराडीह, कुड़िअहवा, भसहवा, सेमरहवा जर्जर हालत में हैं। जिला प्रशासन की ओर से समय रहते इनका मरम्मत नहीं कराया तो बाढ़ में ये तबाही मचाएंगे। इसके अलावा और भी बांध हैं जिनकी आज तक मरम्मत नहीं कराई गई।
बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांव
जिले में जब भी बाढ़ आती है तो सदर व नौतनवा तहसील के सैकड़ों गांवों में भारी तबाही लेकर आती है। बाढ़ से जगपुर, सलामतगढ़, पिपरहवा, अवरहवा, आराजी सुबाइन, सोनराडीह, जिगिनिअहवा, मंगरहिया, कुड़िया, खालिकगढ़, बैरिअहवा, गौहरपुर, कोमरी टोला, तमकुहवा, मरचहवा, शनिचरहिया, सेमरहवा, अमहवा, रानीपुर, बिनहा छावनी, कुड़िअहवा, तेरहो टोला, दनदनहवा, मछरिअहवा, नवडीहवा, सुबेदारपुर, बीरबल टोला, भसहवा, करम टीकर, नवाबी, मठिया ईदू, विसौवा, रजापुर, तेंदुअहिया, कोदईपुर, गिदहा, रघुनाथपुर, केवलापुर खुर्द, नाथनगर, बेलवाकाज़ी, बेलासपुर आदि गांव बाढ़ से तबाह हो जाते हैं।
दर्जनों स्थानों पर बांध जर्जर व क्षतिग्रस्त
किसान नेता सुरेश चंद साहनी, चंद्रवास साहनी, अवधेश वर्मा, लालू यादव ने बताया कि दर्जनों स्थानों पर बांध जर्जर व क्षतिग्रस्त हैं, लेकिन अब तक विभाग की ओर से मरम्मत का कार्य शुरू नहीं किया गया। समय रहते प्रशासनिक स्तर पर तैयारी नहीं की गई तो बारिश के दिनों में हालत दयनीय होंगे।