रतन गुप्ता उप संपादक
नेपाल के पहाड़ों पर लगातार बारिश के चलते नेपाल की कई नदियां उफान पर आ गई हैं। विभाग ने संबंधित सभी जिलों के अधिकारियों को अत्यधिक सतर्कता बरतने का अनुरोध किया है। बाढ़ से नुकसान भी हो सकता है। इसका असर भारत के तराई इलाकों में देखने को मिलता है।
बाढ़ पूर्वानुमान महाशाखा के मुताबिक, कोशी, नारायणी, करनाली और उसकी सहायक नदियों बागमती, कमला, पूर्वी राप्ती, पश्चिमी राप्ती और बाबई के जलस्तर में काफी वृद्धि होने की आशंका है। इसलिए विभाग ने नदी तटीय क्षेत्र की गतिविधियों में विशेष सावधानी बरतने को कहा है। बारिश से तापलेजंग, संखुवासभा, सरलाही, रौतहट, बारा, परसा, मकवानपुर, नवलपरासी पश्चिम, नवलपरासी पूर्व, पाल्पा, तनाहुन, स्यांगजा, परबत, म्यागदी, बगलुंग, डांग, रोल्पा, बांके, बर्दिया और आसपास के जिलों की नदियों का जलस्तर बढ़ जाएगा।
इससे बाढ़ का अंदेशा है। इलम, तेहराथुम, पंचथर, भोजपुर, उदयपुर, रामेछाप, दोलखा, सिंधुपालचोक, चितवन, लामजुंग, रूपनदेही, कपिलवस्तु, अरघाखांची, प्युथन, सल्यान, दैलेख, कैलाली, कंचनपुर, डोटी, डडेलधुरा जिलों से बहने वाली नदियों का प्रवाह भी बढ़ जाएगा। आसपास के जिले के कुछ नदियों में अचानक बाढ़ आने का खतरा है