नेपाल के मंत्री दे सकते हैं इस्तीफा नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल के बीच हुआ समझौता, जाने वाली है PM ‘प्रचंड’ की कुर्सी,?

रतन गुप्ता उप संपादक

नेपाल में सियासी अटकलों का दौर जारी है। प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ के नेतृत्व वाली सरकार गिर सकती है। नेपाली कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी-एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी (सीपीएन-यूएमएल) के बीच समझौता हुआ है।

भारत के पड़ोसी देश में सियासी संकट गहराता जा रहा है। नेपाल में एक बार फिर सरकार बदलने की सुगबुगाहट तेज होती दिख रही है। नेपाली मीडिया के अनुसार, नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल के बीच समझौता हो गया है। इस समझौते के तहत दोनों पार्टियां मिलकर सरकार बनाएंगी। नेपाल के पीएम पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ की कुर्सी जा सकती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, नेपाली कांग्रेस के नेता शेर बहादुर देउबा और कम्युनिस्ट पार्टी-एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी (सीपीएन-यूएमएल) के नेता केपी शर्मा ओली के बीच सोमवार की रात समझौता हुआ है और अब जल्द ही इसे सार्वजनिक किया जा सकता है।

बन गई है सहमति
मीडिया रिपोर्टस में दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं के हवाले से कहा गया है कि समझौते के तहत दोनों पार्टियों में सत्ता का बंटवारा होगा और नए गठबंधन का नेतृत्व केपी शर्मा ओली डेढ़ साल के लिए और फिर बाकी कार्यकाल के लिए शेर बहादुर देउबा प्रधानमंत्री पद संभालेंगे। वहीं, वित्त मंत्रालय (सीपीएन-यूएमएल) को और गृह मंत्रालय नेपाली कांग्रेस को मिल सकता है।

चला है बैठकों का दौर
नेपाल के दो सबसे बड़े सियासी दल नेपाली कांग्रेस और सीपीएन (यूएमएल) के बीच बैठक के बाद अटकलें तेज हो गई हैं कि प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ के नेतृत्व वाली सरकार के दिन अब गिने-चुने रह गए हैं। नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा ने शनिवार को भी नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी-एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी (सीपीएन-यूएमएल) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के आवास पर जाकर देश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की थी। अब राजनीतिक हलकों में अटकलें तेज हैं कि दोनों नेताओं ने ‘प्रचंड’ को हटाने के लिए गठबंधन सरकार के गठन पर चर्चा की है।

मंत्री दे सकते हैं इस्तीफा
प्रचंड सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद प्रचंड कैबिनेट में शामिल (सीपीएन-यूएमएल) के आठ मंत्री मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। (सीपीएन-यूएमएल) पार्टी के नेता महेश बर्तौला ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ‘प्रचंड’ भी जल्द ही इस्तीफा दे सकते हैं और देश में नई सरकार का गठन हो सकता है। सीपीएन-यूएमएल ने मंगलवार दोपहर तीन बजे पार्टी कार्यालय में बैठक बुलाई है, जिसमें बड़ा फैसला हो सकता है। नेपाल बीते कई वर्षों से राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा है। हालात ये हैं कि बीते 16 वर्षों में नेपाल में 13 सरकारें बदल चुकी हैं। 275 सदस्यों वाली नेपाली संसद में एक बार फिर सियासी गणित का खेल जारी है।

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