रतन गुप्ता उप संपादक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में मानसून के दस्तक देते ही अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पूरी सक्रियता बरतने का निर्देश दिया है। बाढ़ से निपटने की तैयारियां तेज किए जाने के साथ ही अतिसंवेदनशील व संवेदनशील जिलों के आसपास एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) व पीएसी की तैनाती कर दी गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में मानसून के दस्तक देते ही अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पूरी सक्रियता बरतने का निर्देश दिया है। बाढ़ से निपटने की तैयारियां तेज किए जाने के साथ ही अतिसंवेदनशील व संवेदनशील जिलों के आसपास एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल), एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) व पीएसी की तैनाती कर दी गई है।
प्रमुख सचिव राजस्व पी. गुरु प्रसाद ने बताया कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रदेश को तीन भागों में बांटा गया है। इसमें अतिसंवेदनशील श्रेणी में 24, संवेदनशील श्रेणी में 16 व सामान्य श्रेणी में 35 जिले शामिल हैं।
इन जिलों में विशेष निगरानी के लिए टीमों का गठन किया गया है। इनमें अतिसंवेदनशील और संवेदनशील जिलों में बाढ़ से निपटने के लिए आसपास के जिलों में एनडीआरएफ की सात, एसडीआरएफ की 18 व पीएसी की 17 टीमों की तैनाती की जा चुकी है। टीमें बाढ़ की स्थिति को देखते हुए आपसी समन्वय से राहत कार्यों में अपनी भूमिका निभाएंगी।