रतन गुप्ता उप संपादक
गोरखपुर। शहर में दो केंद्रीय मंत्रियों का कार्यक्रम था। यह खबर अखबार में पढ़कर बिहार के चेन स्नेचर गिरोह के सात गुर्गे ट्रेन से बृहस्पतिवार को गोरखपुर पहुंंचे। यहां शास्त्री चौक के पास चोरी की घटना को अंजाम देने के लिए अभी वे साजिश रच रहे थे, तभी मुखबिर की सूचना पर भोर में करीब चार बजे क्राइम ब्रांच और कोतवाली थाने की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। यह गिरोह मेला, जुलूस में जाकर चोरी और टप्पेबाजी करता है।
पुलिस ने इनके पास से 19,760 रुपये, सात मोबाइल फोन, फर्जी आधार कार्ड और पुलिस का फर्जी आई कार्ड बरामद किया है। पूछताछ में आरोपियों ने टाउनहाॅल पर शाम के समय भीड़ में घुसकर कई व्यक्तियों से चोरी व टप्पेबाजी की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। नया कानून बीएनएस लागू होने के बाद यह पहला मामला था, जिसमें गिरफ्तारी से लगायत बरामद सामान की पुलिस ने वीडियोग्राफी कराई।
एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि यह अंतरराज्यीय गिरोह है। बड़े नेता या अभिनेता के कार्यक्रम की जानकारी इन्हें अखबार या सोशल मीडिया के माध्यम से होती है। वहां ये भीड़ में जाकर चेन स्नेचिंग और टप्पेबाजी की घटना को अंजाम देते हैं। इस गिरोह ने अभी हाल ही में लोकसभा चुनाव के दौरान टाउनहाॅल से निकली सीएम की रैली में भी चेन चुराई थी, जिसका केस कोतवाली में दर्ज है। बृहस्पतिवार भोर में मुखबिर से मिली सूचना पर पुलिस ने चेन स्नेचरों को पकड़ा है।
बेतिया के रहने वाले हैं सभी चेन स्नेचर
पकड़े गए सभी चेन स्नेचर बिहार के पश्चिम चंपारण, बेतिया जिले के गौनहा थाना क्षेत्र के अहरार पिपरा गांव के निवासी हैं। इनकी पहचान देवनाथ कुमार राउत, उमेश राउत, गुड्डू राठौर, विशाल कुमार, संतोष राउत, चंदू राय राउत, सुनेश राउत के रूप में हुई।
पकड़े जाने पर दिखाते हैं पुलिस का आई कार्ड
ये सभी चेन स्नेचर इतने शातिर हैं कि कहीं भी पकड़े जाने पर एकसाथ जुट जाते हैं। इनके पास पुलिस का फर्जी आई कार्ड भी रहता है, जिसे दिखाकर वे बच जाते हैं।