ड्रग्स गिरोह का सरगना निकला क्राइम ब्रॉन्च का ये सब इंस्पेक्टर, निशाने पर आया तो भागा विदेश


रतन गुप्ता उप संपादक
दिल्ली की एक अदालत ने दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रॉन्च के सब इंस्पेक्टर नरेश कुमार के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है. जो कथित तौर पर राजधानी से अंतरराष्ट्रीय नार्कोटिक्स कार्टेल चला रहा था.
अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स गिरोह चलाने वाला दिल्ली पुलिस का सब इंस्पेक्टर दक्षिण अफ्रीका भागा—-
दिल्ली की एक अदालत ने दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रॉन्च के सब इंस्पेक्टर नरेश कुमार के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है. जो कथित तौर पर राजधानी से अंतरराष्ट्रीय नार्कोटिक्स कार्टेल चला रहा था. कुमार पिछले कुछ महीनों से फरार है और माना जा रहा है कि वह विदेश भाग गया है. पुलिस को संदेह है कि वह नेपाल और सीरिया के रास्ते दक्षिण अफ्रीका भाग गया है. उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है. दिलचस्प बात यह है कि कुमार फरार रहने के दौरान जमानत याचिका दायर करता रहा है. अपराध शाखा के एक अधिकारी ने कहा कि “उसकी याचिका को हाल ही में अदालत ने खारिज कर दिया था और अब उसने नई याचिका दायर की है.”

खुफिया विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि कुमार के बारे में माना जा रहा है कि वह विदेश से अपने ड्रग से जुड़े ऑपरेशन चला रहा है. कथित तौर पर वह एन्क्रिप्टेड चैट एप्लीकेशन और वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क के जरिए अपराध शाखा के कुछ अधिकारियों के संपर्क में भी है. घटनाक्रम से चिंतित खुफिया एजेंसियों ने उसे भारत वापस लाने के प्रयास तेज कर दिए हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक क्राइम ब्रांच की प्रमुख विशेष आयुक्त शालिनी सिंह ने जब पूछा कि क्या बदमाश पुलिस के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है, तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. हालांकि, सूत्रों ने कहा कि नरेश कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है और जल्द ही उन्हें बर्खास्त कर दिया जाएगा.

फरवरी में ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़
पुलिस ने इस साल फरवरी में इस रैकेट का भंडाफोड़ किया था. जब पुलिस ने सनलाइट कॉलोनी में एक फ्लैट पर छापा मारा था, जहां ड्रग से जुड़ी गतिविधियों के बारे में सूचना मिली थी. इस मामले में एक शख्स को पकड़ा गया और अदालत में पेश किया गया. जहां उसने खुलासा किया कि ड्रग्स क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी की थी, जो ड्रग कार्टेल का सरगना था. आरोप लगाया गया कि कुमार ने ओडिशा और पूर्वोत्तर से खरीदी गई ड्रग्स को स्टोर करने सहित अवैध गतिविधियों के लिए फ्लैट किराए पर लिया था. एक सूत्र ने कहा कि तलाशी के दौरान स्थानीय पुलिस को कई बैग मिले. जिनका इस्तेमाल संभवतः दिल्ली भर में बेचने के लिए ड्रग्स की पैकेजिंग के लिए किया जाता था. आरोपी ने कुमार को मास्टरमाइंड बताया, जिसके पास पूरे ड्रग नेटवर्क के संपर्क विवरण थे.

ओडिशा और नॉर्थ ईस्ट से लाता था ड्रग्स
इन दावों को सुनने के बाद अदालत ने गहन जांच का आदेश दिया. कुमार के कॉल रिकॉर्ड, बैंक खातों और सीसीटीवी फुटेज की जांच से पता चला कि वह बैग और आरोपी के साथ फ्लैट के पास था. इसके अलावा, उसके बैंक खाते में संदिग्ध लेन-देन पाए गए और जिस फ्लैट पर छापा मारा गया, उसका संबंध किराये के दस्तावेजों के माध्यम से उससे था. आगे की जांच से पता चला कि कुमार ड्रग्स खरीदने के लिए ओडिशा और पूर्वोत्तर गया था. वह सौदा करने के बाद अपने साथियों को ड्रग्स के साथ छोड़ देता था और दिल्ली लौट आता था. उसके साथी फिर ड्रग्स को दिल्ली लाते थे, जहां उन्हें छोटे पैमाने पर वितरण के लिए पैक किया जाता था.

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