रतन गुप्ता उप संपादक
नौतनवा। रेलवे मार्ग से माल ढुलाई सड़क मार्ग की अपेक्षा सस्ता पड़ता है, जिससे बड़े व्यापारी महानगरों से अपना माल सीधे रेल परिवहन मालगाड़ी के माध्यम से ही मंगाते हैं। नौतनवा रेलवे स्टेशन पर सबसे अधिक माल नेपाल के व्यवसायियों का आता है जो नौतनवा से ट्रक पर लादकर नेपाल पहुंचाया जाता है
गोरखपुर नौतनवा रेलखंड पर नौतनवा रेलवे स्टेशन नेपाल सीमा पर अंतिम रेलवे स्टेशन है, जहां से भारत एवं नेपाल के लोगों को ट्रेन की सुविधा मिलती है। नौतनवा रेलवे स्टेशन पर देश के कई महानगरों, शहरों से मालगाड़ी से माल आता है। जहां मजदूरों द्वारा मालगाड़ी से माल उतरवाकर ट्रक पर लोड कर गंतव्य तक पहुंचा दिया जाता है।
मालगाड़ी से माल आने पर 300 मजदूरों की रोजी रोटी लगी रहती है। एक माह की आय पर नजर डालें तो गत जून माह में नौतनवा रेलवे स्टेशन पर 20 रैक में 791 बैगन में कुल 49,639 टन माल आया था, जिसमें एक माह में रेलवे प्रशासन की 97,39,96,672 रुपये की आय हुई थी। यहां उड़ीसा, दुर्गापुर, राउर केला, विशाखा पत्तनम आदि स्थानों से आयरन स्पंज, लोहा, उर्वरक, नमक, बाइक, चार पहिया वाहन आदि सामग्री मालगाड़ी से आता है और नौतनवा रेलवे स्टेशन से उतारकर ट्रक से नेपाल चला जाता है।
सबसे अधिक माल नेपाल के अम्बे स्टील, श्री स्टील, गोयंका स्टील, लक्ष्मी स्टील आदि का माल आता है। सुधाकर जयसवाल, कृष्णा आदि व्यापारियों ने बताया कि सड़क परिवहन की अपेक्षा रेल परिवहन से माल ढुलाई का किराया सस्ता और सुरक्षित रहता है। वाणिज्य अधीक्षक पुरुषोत्तम ने बताया कि नेपाल के व्यापारियों का माल सबसे अधिक आता है। जून माह में 9,73,96,672 रुपये का रेल राजस्व हुआ ।