महराजगंज के परतावल मे शिकायत के बाद खुला फर्जी डिग्री का राज, अध्यापिका बर्खास्त


रतन गुप्ता उप संपादक

महराजगंज। परिषदीय विद्यालय में फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी कर रही शिक्षिका का मामला डीएम से शिकायत के बाद खुला। 2014 में परतावल बाजार ब्लाॅक के परिषदीय विद्यालय नागाबारी में शिक्षिका की तैनाती के समय ही दूसरे की डिग्री के आधार पर नौकरी की भनक किसी को लग गई। उसने इसकी शिकायत डीएम से कर दी। डीएम के जांच के निर्देश के बाद शिक्षिका की डिग्री संदेहास्पद पाया गया था। तत्कालीन बीएसए के तबादला के बाद मामला एक बार फिर दब गया, लेकिन फर्जी शिक्षकों की समीक्षा में शालिनी सिंह का नाम आया तो फिर से फाइल खुली और शिक्षिका को बर्खास्त कर दिया गया और एफआईआर दर्ज कराकर वेतन रिकवरी की तैयारी की जा रही है।

फर्जी और दूसरे की डिग्री के सहारे परिषदीय विद्यालयों में नौकरी पाने का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। अब तक 50 शिक्षक बर्खास्त हो चुके हैं। परतावल ब्लाॅक के परिषदीय विद्यालय में दूसरे की डिग्री के सहारे नौकरी कर रही शिक्षिका शालिनी सिंह का भी मामला उसी में से एक है।
विभाग के मुताबिक 16448 शिक्षक भर्ती के दौरान गोरखपुर जनपद के माधोपुर चौरी चौरा की रहने वाली शालिनी सिंह ने आवेदन किया और नौकरी पाने में सफल हो गई थी। उनकी तैनाती 2014 में परतावल ब्लाॅक के परिषदीय प्राथमिक विद्यालय नागाबारी पर हुई। लेकिन इसी के बीच किसी को फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी पाने की भनक किसी को लग गई और उसने इसकी शिकायत डीएम से कर दी।

डीएम ने जांच का आदेश दे दिया। 2022 में खंड शिक्षा अधिकारी की जांच में डिगी फर्जी होंने का संदेह हुआ। इसी बीच बीएसए का तबादला हो जाने के कारण ममला दबा रह गया। लेकिन फर्जी शिक्षकों की समीक्षा में मामला उजाकर हुआ तो शिक्षिका को बखास्त कर दिया गया। अब शिक्षा विभाग एफआईआर दर्ज कर वेतन रिकवरी की तैयारी में जुटा है। बीएसी श्रवण कुमार गुप्ता ने बताया कि जांच की जा रही है। आरोपी अध्यापिका को बर्खास्त कर दिया गया है।

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