रतन गुप्ता उप संपादक
किसी भी कांवड़ यात्री से चिकित्सा शुल्क नहीं लिया जाएगा. गंभीर स्थिति में उन्हें प्राथमिक उपचार के उपरांत अपनी एंबुलेंस से हायर सेंटर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया जाएगा. समस्त चिकित्सा अधीक्षकों प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपनी तैनाती स्थल पर ही चौबीस घंटे रहना सुनिश्चित करेंगे.
आगामी 22 जुलाई को कांवड़ यात्रा शुरु हो रही है. कांवड़ यात्रा को लेकर हर विभाग अपनी अपनी तैयारी को अंतिम रुप देने में जुटा है. इसी कड़ी में हेल्थ डिपार्टमेंट ने भी फूलप्रूफ प्लान तैयार किया है. मेरठ के सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन ने बताया कि किसी भी तरह की आपात स्थिति के लिए स्वास्थ्य महकमा तैयार है. कांवड़ मार्ग में पड़ने वाले सीएचसी पीएचसी में पूरी तैयारी है. सीएमओ ने बताया कि सभी निजी चिकित्सालयों को निर्देशित किया गया है कि किसी भी कांवड़ यात्री से चिकित्सा शुल्क नहीं लिया जाएगा.
सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन ने कहा कि गंभीर स्थिति में उन्हें प्राथमिक उपचार के उपरांत अपनी एंबुलेंस से हायर सेंटर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया जाएगा. समस्त चिकित्सा अधीक्षकों प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपनी तैनाती स्थल पर ही चौबीस घंटे रहना सुनिश्चित करेंगे. सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन ने बताया कि मेडिकल कैंप में टीम तैयार रहेगी. कांवड़ यात्रा को लेकर कमांड सेंटर भी बनाया जाएगा.।
ज्यादा तेज़ मोटर साइकिल न चलाएं, जोखिम न उठाएं
कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाले निजी अस्पतालों से भी वार्ता हुई है. उन्हें भी अलर्ट मोड पर रखा गया है. सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन का कहना है कि उनकी कांवड़ियों से अपील है कि ज्यादा तेज़ मोटर साइकिल न चलाएं क्योंकि पिछली बार डाक कांवड़ लाने वाले बहुत कांवड़ियों को चोटें आईं थीं. श्रद्धालुओं से अपील है कि वे जोखिम न उठाएं; संयमित रहें. सीएमओ ने बताया कि मार्ग में लिखा रहेगा कहां-कहां मेडिकल कैंप मौजूद रहेंगे. कहां-कहां अस्पताल हैं इसका रुट भी डिस्प्ले होगा.
कांवड़ मार्ग पर 32 मेडिकल कैंप, 305 मेडिकल स्टाफ और डॉक्टर्स रहेंगे मौजूद
न्यूज़ 18 से बातचीत करते हुए सीएमओ ने बताया कि कांवड़ मार्ग में पड़ने वाली सीएचसी सरधना, सरुरपुर सीएचसी जानी सीएचसी, दौराला सीएचसी, माछरा सीएचसी, भूड़बराल में स्टाफ हाईअलर्ट मोड पर रहेगा. निर्धारित स्थलों पर कुल चिकित्सा शिविर बत्तीस रहेंगे. कुल चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ की तैनाती 305 रहेगी. कांवड़ हेल्प डेस्क भी मौजूद रहेगी. निजी एंबुलेंस और एक सौ आठ एंबुलेंस को मिलाकर कुल 39 गाड़ियां आपात स्थिति से निपटने को मौजूद रहेंगी. एंटी स्नेक वेनम डोज़ 1710 की संख्या में रहेगी. सरकारी चिकित्सालयों की कुल संख्या तेरह है. निजी चिकित्सालयों की संख्या 24 है. जबकि निजी चिकित्सालयों में आरक्षित बेड़ की संख्या 293है ।