रतन गुप्ता उप संपादक
पिछले दिनों ही केंद्र सरकार ने 1975 के आपातकाल के विरोध में ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाए जाने का ऐलान किया था। इसी को लेकर नागपुर में RSS की महिला सहयोगी संगठन राष्ट्रीय सेविका समिति ने एक प्रस्ताव पारित किया है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की महिला सहयोगी संगठन राष्ट्रीय सेविका समिति की प्रतिनिधि सभा की बैठक में ‘राष्ट्र सर्वोपरि’ विषय पर प्रस्ताव पारित किया गया। 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाने के केंद्र सरकार के निर्णय का स्वागत किया गया। साथ ही इसको लेकर नागपुर में एक प्रस्ताव भी पारित किया गया।
नागरिक कर्तव्यों का पालन करना आवश्यक
आरएसएस की महिला सहयोगी संगठन राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका शांताक्का ने नागपुर में कहा कि राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानकर प्रत्येक व्यक्ति को नागरिक कर्तव्यों का पालन करना आवश्यक है। सभी प्रकार की समस्याओं का निराकरण करने के लिये हमें संकल्पबद्ध समाज का निर्माण करना है और यह करने के लिए अपना कार्य बढ़ाना है।
लोकमाता अहिल्यादेवी होळकर की 300वीं जन्म शताब्दी
शांताक्का ने राष्ट्र सेविका समिति की अखिल भारतीय कार्यकारिणी एवं प्रतिनिधियों की अर्धवार्षिक बैठक के समापन सत्र को संबोधित किया। बैठक में लोकमाता अहिल्यादेवी होळकर की 300वीं जन्म शताब्दी के निमित्त 300 कार्यक्रम की योजना बनाई गई।
अहिल्यादेवी होळकर के बारे में लोगों को किया जाएगा जागरुक
इसमें उनके जीवन संदेश पर आधारित प्रतियोगिता, रील्स, नाट्य प्रवेश, प्रशासनिक अधिकारी से मिलना, युवा हॉस्टल में कार्यक्रम कर अहिल्यादेवी के कर्तृत्व से अवगत करवाना आदि के माध्यम से उनके जीवन को समाजजनों तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा।
‘राष्ट्र सर्वोपरि’ विषय पर प्रस्ताव पारित
प्रतिनिधि सभा की बैठक में ‘राष्ट्र सर्वोपरि’ विषय पर प्रस्ताव पारित किया गया। प्रतिनिधि सभा ने समाज से आह्वान किया कि सभी भारतवासियों को अपने श्रेष्ठ दर्शन और जीवन मूल्यों को अपना कर उसे आचरण में लाना चाहिए।
केंद्र सरकार के निर्णय का किया गया स्वागत
भारतीय लोकतांत्रिक इतिहास के काले अध्याय यानि आपातकाल की पुनरावृत्ति भविष्य में न हो, यह नितांत आवश्यक है और इसलिए 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाने के केंद्र सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए प्रस्ताव पारित किया गया।
नागपुर में देशभर से 400 प्रतिनिधि हुए शामिल
राष्ट्र सेविका समिति की अखिल भारतीय कार्यकारिणी एवं प्रतिनिधियों की बैठक 12 से 14 जुलाई 2024 तक स्मृति मंदिर परिसर, नागपुर में संपन्न हुईं। बैठक में देशभर के राज्यों से 400 प्रतिनिधि शामिल हुए