रतन गुप्ता उप संपादक
नेपाल से बांग्लादेश को 40 मेगावाट बिजली निर्यात करने के लिए 13 तारीख को त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। ऊर्जा, जल संसाधन और सिंचाई मंत्रालय के मुताबिक, नेपाल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी, बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) और भारत के एनटीपीसी इलेक्ट्रिसिटी ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन (एनवीवीएन) के बीच समझौते की तारीख तय हो गई है।
नेपाल विद्युत प्राधिकरण बरसात के मौसम के पांच साल और छह महीनों के लिए बांग्लादेश को अमेरिकी डॉलर में 40 मेगावाट बिजली बेचेगा। नेपाल और बांग्लादेश के बीच ऊर्जा सहयोग समझौते के लगभग 6 साल बाद बिजली निर्यात अपना अंतिम रूप लेने जा रहा है।
प्राधिकरण को भारत में मुजफ्फरपुर बिंदु पर नेपाल और भारत के बीच पहली अंतरराष्ट्रीय ढलकेबार-मुजफ्फरपुर 400 केवी ट्रांसमिशन लाइन के माध्यम से बांग्लादेश को निर्यात की जाने वाली बिजली की कीमत मिलेगी। इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी के मुताबिक, बिजली बेचने पर देश को हर महीने 330 करोड़ रुपए की कमाई होती है।
प्राधिकरण ने अपनी सहायक कंपनी के माध्यम से भारतीय सब्सिडी से निर्मित 25 मेगावाट की त्रिशूली और 22 मेगावाट की चिलिमे जलविद्युत परियोजनाओं से उत्पन्न बिजली को बांग्लादेश में निर्यात करने की तैयारी की है।