रतन गुप्ता उप संपादक
महराजगंज जनपद के आनंदनगर रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाएं बढ़ाने को लेकर अमृत भारत योजना में चयन किया गया है। स्टेशन को हाईटेक बनाया जाएगा। निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
आनंदनगर रेलवे स्टेशन पर केंद्र सरकार के अमृत भारत योजना के तहत करीब 10 करोड़ की लागत से कार्य कराया जा रहा है। इसमें पुरानी सुविधाओं को बदलकर नए तरीके से बनेगा। आनंदनगर से बढ़नी व नौतनवां तक की ट्रेने संचालित होती हैं। यहां पर दूरदराज के यात्री ट्रेन पर सवार होने के लिए पहुंचते हैं। रेलवे स्टेशन से देश के सभी महत्वपूर्ण व बड़े शहरों को जाने वाली रेलगाड़ियां गुजरती हैं।
योजना के तहत आरक्षण केंद्र का आधुनिकीकरण का कार्य आरंभ हो गया है, जिसमें फर्श को ऊंचा करने का कार्य लगभग पूरा हो गया है। केंद्र के दरवाजे और खिड़कियों को दुरूस्त करने का काम चल रहा है। वहीं दो व तीन नंबर प्लेटफार्म पर छाजन बढ़ाने के लिए गड्ढे की खुदाई की जा रही है। नीचे प्लेटफार्म को ऊंचा करने के लिए कर्मचारी कार्य पर लगे हैं।
स्टेशन के पीछे व्यापारियों की दुकानों को हटा दिया गया है। कुछ व्यापारी अभी भी अपने सामान समेट रहे हैं। स्टेशन पर पहुंचने वाले यात्रियों की सुविधा को लेकर आधुनिक स्टैंड भी बनेगा जिसको लेकर कार्य अभी शुरू नहीं किया गया है। बरसात व यात्री सुविधा को देखते हुए कार्य धीमी गति से हो रही है। स्टेशन का उच्चीकरण, सुंदरीकरण के साथ छाजन बढ़ाने का काम चल रहा है।
आनंदनगर स्टेशन के कायाकल्प के बाद कस्बे की विकास को भी गति मिलेगी। साथ ही नगर में व्यवसाय भी बढ़ेगा। दूर दराज से ट्रेन की यात्रा करने वाले यात्री कस्बे से होकर गुजरेंगे। इसका असर व्यापार पर भी पड़ेगा। स्टेशन के साथ बाहर की सड़के भी बेहतर होंगी। लोगों को जाम की समस्या से भी निजात मिलेगा।
कस्बे के मनीष चौबे ने बताया कि स्टेशन के कायाकल्प और सुंदरीकरण के बाद क्षेत्र का महत्वपूर्ण स्टेशन माना जाएगा। पुराना स्टेशन होने के कारण विकास बेहद जरूरी है। लोगों को स्टेशन के पीछे गंदगी व जाम की समस्या से जूझना पड़ता था जो अब नहीं होगा।
अमृत भारत योजना के तहत चयनित होने के कारण स्टेशन का कायाकल्प होगा। यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी। पहले चरण का विकास कार्य शुरू हो गया है। बरसात के कारण कार्य में तेजी नहीं आ रही है। साथ ही यात्री सुविधा का भी ध्यान रखा जा रहा है। कायाकल्प के बाद स्टेशन पर मॉडल स्टेशन की सुविधाएं होगी।
-इसरार अहमद, सीनियर सेक्सन इंजीनियर