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महराजगंज में यूनानी चिकित्सालय का बाबू 10 हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार, जानें क्यों मांगी थी ये रकम


रतन गुप्ता उप संपादक

एंटी करप्शन टीम ने क्षेत्रीय एवं यूनानी कार्यालय के एक कनिष्ठ लिपिक को दस हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया। गिरफ्तारी के बाद टीम ने उसे कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

मामले के अनुसार, सिद्धार्थनगर के लोटन बाजार निवासी अमित सिंह महराजगंज के राजकीय यूनानी चिकित्सालय पनियरा में वार्ड ब्वाय के रूप में कार्यरत हैं। एक मामले में उनके खिलाफ जांच चल रही है। इसी मामले की फाइल के निस्तारण के लिए कनिष्ठ लिपिक चित्रांश रंजन श्रीवास्तव, निवासी पादरी बाजार गोरखपुर ने अमित से दस हजार रुपये रिश्वत मांगी थी।
अमित ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से कर दी। उसके बाद टीम ने चित्रांश को रंगेहाथ पकड़ने के लिए जाल फैलाया। उसने अमित को शुक्रवार को चुनिंदा नोटों के साथ चित्रांश के बुलाए गोरखपुर रोड स्थित जलनिगम कार्यालय के पास एक रेस्टोरेंट में भेजा।

जैसे ही अमित से चित्रांश ने रुपये लिए एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगेहाथ दबोच लिया। गिरफ्तारी से रेस्टोरेंट में अफरातफरी मच गई। एंटी करप्शन टीम में निरीक्षक संदीप दीक्षित, प्रमोद शुक्ला, निसार सहित अन्य शामिल रहे।

क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ हरिंद्र प्रसाद जैसवार ने बताया कि यह घूस लेने का मामला नही हैं। अमित ने चित्रांश से रुपये उधार लिए थे। चित्रांश वह रुपये वापस मांग रहा था। शुक्रवार को वही रुपये लेते वक्त एंटी करप्शन की टीम ने चित्रांश को गिरफ्तार कर लिया

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