पतंजलि योग समिति ने गुरु पूर्णिमा पर किया योग और यज्ञ

बस्ती: भारत स्वाभिमान और महिला पतंजलि योग समिति के नेतृत्व में पतंजलि योग समिति, किसान सेवा समिति एवं युवा भारत के द्वारा सामूहिक रूप से हरी मैरिज हॉल मालवीय रोड बस्ती में गुरू पूर्णिमा का पर्व भारत स्वाभिमान की महामंत्री एवं आजीवन सदस्य श्रीमती सरोज त्रिपाठी की अध्यक्षता में अत्यन्त हर्षाेल्लास के वातावरण में सम्पन्न हुआ। सर्वप्रथम सामूहिक योग शिविर में योग शिक्षक जवाहर लाल एवं बबली शर्मा ने साधकों को भस्त्रिका, कपालभाति, वाह्य, अग्निसार,उज्जायी, अनुलोम विलोम, भ्रामरी, उद्गीथ प्रणायाम तथा सूर्य नमस्कार, मण्डूकासन, शशकासन, गोमुखासन आदि का अभ्यास कराते हुए इसके वैज्ञानिक लाभ भी बताये। इसके पश्चात वैदिक यज्ञ कराते हुए योग प्रशिक्षक गरुण ध्वज पाण्डेय ने जीवन में गुरू की महत्ता पर प्रकाश डाला।

ओम प्रकाश आर्य जिला प्रभारी भारत स्वाभिमान समिति बस्ती ने कहा कि गुरू अग्नि की भाॅति होता है जो उसकी शरण में आता है वह उसको नया स्वरूप देकर उसकी ज्ञान व चारित्रबल को हजारों गुना बढ़ा देता है। गुरु के पास अलग-अलग परिवेश, संस्कार व स्वभाव वाले शिष्य आते हैं पर आचार्य उन सबकों अपना प्रतिरूप बना देते हैं। योग प्रशिक्षक डा. नवीन सिंह गुरू अपने आचरण से से अपने शिष्यों को सिखाता है इसलिए ही आचार्य कहलाता है। कोषाध्यक्ष नवल किशोर चौधरी ने संस्था द्वारा किये जा रहे बहुआयामी लोककल्याणकारी कार्यों के बारे में बताते हुए कहा कि जिला में योग के साथ ही आयुर्वेद का प्रचार प्रसार किया जायेगा और जड़ी बूटी के खेती के प्रशिक्षण से लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जायेंगे। कामना पाण्डेय जिला प्रभारी महिला पतंजलि योग समिति बस्ती ने बताया कि शिष्य वह है जो ज्ञान के रूप में कुछ पाना चाहता तथा समर्पण के रूप अपने आपको खोना चाहता है ताकि वह अपने आस्तित्व को मिटाकर गुरू का प्रतिबिम्ब बन सके। कार्यक्रम के अन्त में गुरू के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए  लोगों ने गुरुदक्षिणा अर्पित की। आगामी कार्यक्रमों की जानकारी देते योग प्रशिक्षक गरुण ध्वज पाण्डेय ने बताया कि दिनांक 4 अगस्त को जड़ी बूटी दिवस के अवसर पर औषधीय पौधों का वितरण किया जायेगा। इस अवसर पर राम मोहन पाल, चंद्रप्रकाश चौधरी, सार्थक शर्मा, डॉ वीरेन्द्र त्रिपाठी,रश्मि गुप्ता, बबली शर्मा, पुष्पा सिंह, विमला  सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।

गरुण ध्वज पाण्डेय।

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