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भारत नेपाल बार्डर से टूरिस्ट परमिट की आड़ में सवारियां नहीं ढो पाएंगी नेपाली बसें


रतन गुप्ता उप संपादक

सोनौली बार्डर से भारत नेपाल मैत्री बस सेवा लिखकर ढो़ रही हैं सवारी।

महराजगंज। नेपाल से भारत आने वाली बसों पर शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है। बसों का पंजीकरण नेपाल में होने की वजह से भारतीय क्षेत्र के परिवहन विभाग के अधिकारियों को बस के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं हो पाती है। इस वजह से टूरिस्ट परमिट की आड़ में यह बस सवारियां ढोती हैं। ऐसी बसों की संख्या करीब 30 बताई जा रही है। इसमें सशस्त्र सीमा बल से सहयोग की अपील की गई है।

एआरटीओ की ओर से जारी पत्र के अनुसार, सोनौली बाॅर्डर पर नेपाल से भारतीय सीमा में नेपाल नंबर की बसें प्रवेश करती हैं। उक्त बसों के यात्रियों का सीमा पर सुरक्षा कर्मियों की ओर से निरीक्षण किया जाता है। बाद में बसों को भारतीय सीमा में प्रवेश करने दिया जाता है, लेकिन परिवहन विभाग के द्वारा जांच के दौरान यह संज्ञान में आ रहा है कि नेपाल नंबर की बसों द्वारा सोनौली बॉर्डर से परमिट शर्तों का उल्लंघन कर नेपाल से दिल्ली व अन्य राज्यों के लिए सवारियों का अवैध परिवहन किया जा रहा है।

बसों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उनको निरुद्ध भी किया जा रहा है, लेकिन उन वाहनों का पंजीकरण नेपाल में होने के कारण उनका विवरण भारतीय पोर्टल पर प्रदर्शित नहीं होता है। इस वजह से जांच के दौरान उनके प्रपत्रों की जांच यथा परमिट, बीमा, फिटनेस, प्रदूषण इत्यादि की जांच संभव नहीं हो पाती, जबकि यात्री वाहनों का फिटनेस एवं अन्य प्रपत्र पूर्ण होने के उपरांत ही संचालन के निर्देश शासन से निर्गत हैं। ऐसे अनफिट वाहनों के संचालन से सड़क दुर्घटना एवं भारतीय मोटर वाहन कर की अदायगी न करने से राजस्व क्षति भी होती है। नेपाल नंबर की बसों को भारतीय सीमा में तब तक प्रवेश न करने दिया जाए, जब तक कि उन बसों के स्वामियों की ओर से परिवहन विभाग महराजगंज से क्लियरेंस प्राप्त न कर लिया जाए।

पत्र भेजकर महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी दी गई है। अनाधिकृत रूप से बसों का संचालन नहीं होने दिया जाएगा।
-विनय कुमार, एआरटीओ

भारत नेपाल मैत्री बस सेवा लिखकर यात्रियों को कर रहे गुमराह
महराजगंज। परिवहन विभाग से अनुबंध समाप्त होने के बाद भी नेपाली नंबर की टूरिस्ट बसों पर भारत नेपाल मैत्री बस सेवा लिखकर यात्रियों को गुमराह किया जा रहा है। यह बसें टूर परमिट पर सवारी ढोने का काम कर रही हैं। टूर परमिट पर चलने वाली बसें काठमांडो से दिल्ली व दिल्ली से काठमांडो के लिए बे रोक टोक सवारी ढो रही हैं। सोनौली सीमा से चलने वाली इस तरह की बसें करीब 20 से 30 की संख्या में हैं। शिकायत होने पर यह जिम्मेदार अधिकारी कभी कभार एक दो बस का चालान कर पल्ला झाड़ लेते हैं। नेपाल से चलने वाली बसें बेलहिया बुटवल भैरहवा से सवारियां भरकर सीमा के उस पार छोड़ देती हैं।

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