रतन गुप्ता उप संपादक
महराजगंज। जिले में 50 से कम विद्यार्थी वाले विद्यालयों के बच्चे नजदीकी स्कूलों में समायोजित किए जाएंगे। इस संबंध में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने सूची मांगी है।
परिषदीय विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या लगातार कम हो रही है। इसको लेकर शासन ने नाराजगी जताई है। विभागीय जानकारी के अनुसार, 50 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को बंद कर दिया जाएगा। वहां के छात्र-छात्राओं को नजदीकी स्कूलों में भेजा जाएगा। जिले में 34 से अधिक स्कूल ऐसे हैं, जहां छात्र संख्या 50 से कम है।
यह वो स्कूल हैं, जहां आसपास एक किमी की दूरी पर कोई स्कूल नहीं है। इन गांवों में स्कूल पहुंचने का रास्ता भी ठीक नहीं है। यदि इन गांवों के स्कूलों को बंद किया जाता है तो नौनिहालों को दो से तीन किमी की दूरी पर स्थित स्कूल में समायोजित किया जाएगा, जहां इनका पहुंचना संभव नहीं होगा। विभाग का आदेश छात्र-छात्राओं के लिए परेशानी भरा भी हो सकता है।
यह है मानक
प्राइमरी स्कूलों में निर्धारित मानक के अनुसार 30 बच्चों पर एक शिक्षक, 45 बच्चों पर दो शिक्षक, 60 बच्चों पर तीन शिक्षक, 75 बच्चों पर चार तथा 90 बच्चों पर पांच शिक्षकों की नियुक्ति होनी चाहिए। जिले में अधिसंख्य प्राइमरी स्कूलों में इस मानक का पालन नहीं हो पा रहा है।
शिक्षकों को समायोजित करने की योजना है। 50 से कम विद्यार्थी संख्या वाले विद्यालयों का समायोजन करने की बात कही जा रही है। आदेश मिलने पर खंड शिक्षाधिकारियों को ऐसे स्कूलों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए जाएंगे।
-श्रवण गुप्ता, बीएसए