रतन गुप्ता उप संपादक
नेपाल और भारत ने दो महत्वपूर्ण पेट्रोलियम पाइपलाइनों के निर्माण पर द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। गुरुवार को आयोजित एक समारोह में नेपाल ऑयल कॉरपोरेशन के कार्यकारी निदेशक डॉ. चंदिका प्रसाद भट्ट और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड के निदेशक सेंथल कुमार ने समझौते पर हस्ताक्षर किये.
नेपाल कॉरपोरेशन के मुताबिक इस मौके पर भारतीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव पंकज जैन और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के चेयरमैन विस्टिस कुमार मौजूद थे. समझौते के मुताबिक, भारत के सिलीगुड़ी से नेपाल के झापा के चाराली तक 50 किमी लंबी पेट्रोलियम पाइपलाइन का निर्माण किया जाएगा.
इसके अलावा, चराली में 18,900 किलोलीटर की क्षमता वाला ‘स्मार्ट ग्रीनफील्ड टर्मिनल’ बनाया जाएगा। इसी तरह कहा जा रहा है कि अमलेखगंज से चिवान के लोथर तक 62 किमी लंबी पेट्रोलियम पाइपलाइन परियोजना भी भारत सरकार की सब्सिडी से बनाई जाएगी. लोथार में भारत सरकार के तकनीकी सहयोग से नेपाल ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा 91,900 किलोलीटर की क्षमता वाला एक स्मार्ट ग्रीनफील्ड टर्मिनल बनाया जाएगा।
निगम के अनुसार परियोजना की कुल लागत 15 अरब है। तत्कालीन प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ की भारत यात्रा के दौरान उन परियोजनाओं को आगे बढ़ाने पर सहमति बनी थी