रतन गुप्ता उप संपादक
भारत नेपाल बार्डर पर बसा सोनौली ,नौतनवा ,भगवानपुर ,ठुठीबारी बार्डर पटाकों के बारुद के ढेर पर सीमावर्तीय क्षेत्रो में पटाकों के दर्जनों गोदाम बनाकर पटाकों को नेपाल भेजा जा रहा और पकड़े भी जा रहे हैं । लेकिन नेपाल में बार्डर की सुरक्षा एजेन्सी पुरी तरह फेल है । करोडो रुपये के पटाकों से गोदाम भरे पड़े हैं ।महराजगंज में सुरक्षा एजेंसियों की कोशिशों के बावजूद तस्करी थम नहीं रही है। हाल ही में नेपाल की एपीएफ पुलिस ने भारत से भेजे गए पटाखों की खेप को बरामद कर नष्ट कर दिया। तस्कर सीमाई क्षेत्र में त्योहारों…
सुरक्षा एजेंसियों की लाख कोशिशों के बाद भी तस्करी के मामले नहीं थम रहे हैं। अब ताजा मामले में भारत से नेपाल भेजी गई पटाखों की खेप की है, जिसे नेपाल की एपीएफ पुलिस ने बरामद कर नष्ट कर दिया है। नेपाल में दशहरा, दिपावली व भाई टीका का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इससे सीमाई क्षेत्र में भारतीय सामानों पटाखा, कपड़ा, खाद्यान्न आदि की मांग बढ़ जाती है। इसको पूरा करने के लिए तस्कर इंडो नेपाल सीमा पर सख्त पहरा के बावजूद तस्करी करते हैं।
नवल परासी जिले के हरपुर बीओपी पोस्ट के डीएसपी विष्णु अधिकारी ने बताया कि जवान रोज की तरह रूटीन गस्त पर पेट्रोलिंग के लिए निकले थे। इसी दौरान भारतीय सीमा क्षेत्र से झरही नदी बंधें के रास्ते तस्कर भारी मात्रा में पटाखा लेकर नेपाल सीमा के सरावल वड़ा नंबर सात बुडंतवापुर के पास प्रवेश किए। जवानों को देख तस्कर पटाखा फेंककर भाग निकले। बरामद पटाखा की कीमत एक लाख साठ हजार रुपये बताई जा रही है। महेशपुर भंसार कार्यालय के सुब्बा खेम थापा की देखरेख में पटाखों को नष्ट कर दिया गया।एक अनुमान के अनुसार कानपुर ,गोरखपुर ,दिल्ली से अरबों रुपये के पटाके सोनौली ,खनुआ ,भगवानपुर ,ठुठीबारी से तस्करी होकर नेपाल जाते हैं । पटाकों के बरामदगी में ,एसएसबी बार्डर पर पुरी तरह फेल है । कुछ नहीं कर पा रही तस्करी में तस्कर सफल हो रहे हैं ।