पटाखों का किया जा रहा भंडारण, खतरे की बज रही घंटी

रतन गुप्ता उप संपादक

महराजगंज। दीपावली को देखते हुए शहर में बड़ी मात्रा में पटाखों का भंडारण किया जा रहा है। ध्यान नहीं दिया गया तो यह हादसे का कारण बन सकते हैं। बीते साल 410 क्विंटल बारूद वाले पटाखे धुआं बनकर उड़ गए थे।
जिले में स्थायी रूप से पटाखा कारोबार से जुड़ीं 58 दुकानें हैं। इसमें से जहां 11 पटाखा बनाने का भी काम करते हैं, वहीं 47 सिर्फ बेचने का। जानकारी के अनुसार, बीते दीपावली में 205 लोगों को लाइसेंस दिए गए थे। इन दिनों सुरक्षा को लेकर विभाग की ओर से निगरानी तेज कर दी गई है।

अग्निशमन विभाग की ओर से दीपावली को देखते हुए तैयारी तेज कर दी गई है। वहीं पुलिस ने भी निगरानी बढ़ा दी है। आबादी क्षेत्र में कहीं पटाखे आदि न रहे, इसके लिए सतर्कता बरती जा रही है। बीते दिनों में कार्रवाई की जा चुकी है। बीते शनिवार को निचलौल क्षेत्र के बरोहिया में एक दुकान के सामने से अवैध पटाखे की खेप पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर बरामद कर लिया था। एक आरोपी के विरुद्ध संबंधित धाराओं में केस भी दर्ज हुआ था।
बरामद 15 गत्ता में प्रकाश युक्त फुलझड़ी से लेकर तेज आवाज वाले पटाखे थे। पटाखा कारोबार से जुड़े लोगों को पहले ही चेतावनी दी जा चुकी है। सुरक्षा मानक की अनदेखी होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी ओर जहां दुकानें हैं वहां सुरक्षा को लेकर ध्यान दिया जा रहा है। विभाग की ओर से भी दुकानदारों को हिदायत दी गई है। आबादी क्षेत्र में पटाखों की खेप एकत्र न हो इसकी निगरानी की जा रही है। इस कारोबार से जुड़े लोगों ने आर्डर दे रखा है। शहर में कारोबारी अभी बाहर से पटाखा नहीं मंगा रहे हैंं। उनका कहना है कि दीपावली पर्व करीब आने पर मंगाया जाएगा

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