रतन गुप्ता उप संपादक
बहराइच हिंसा के बाद कई जिलों में हाईअलर्ट है. प्रदेश के DGP प्रशांत कुमार ने बताया कि हालात काबू में हैं. शांति बनी हुई है. घटना में 4 नामजदों समेत 10 उपद्रवियों पर FIR की गई है. 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है. उन्होंने बताया कि पूरे हालात पर खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नजर बनाए हुए हैं. डीजीपी ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है.
चप्पे-चप्पे पर पुलिस, कई जिलों में ‘हाईअलर्ट’, CM योगी से मिलेगा मृतक का परिवार; हिंसा के बाद बहराइच में कैसे हैं हालात?
बहराइच हिंसा
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 125 किलोमीटर दूर बहराइच में दो गुटों के बीच रविवार को हिंसक झड़प हुई. हिंसाग्रस्त इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है. हालत तनावपूर्ण हैं, चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा है. धीरे-धीरे हालात सामान्य हो रहे हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज मृतक के परिवार से मिलेंगे. आसपास के जिलों को हाईअलर्ट पर रखा गया गया है. हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. अफवाह फैलाने वालों पर भी पुलिस-प्रशासन की नजर बनी हुई है.
रविवार को हुई हिंसा में एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई, जिसके बाद पूरे जिले में सनसनी फैल गई. हिंसा के बाद दूसरे दिन सोमवार को मृतक युवक के अंतिम संस्कार के दौरान हाथों में लाठी-डंडे लिए हजारों की भीड़ जुटने लगी. पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना रहा. परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया. गांव में जमा हुई हजारों की भीड़ हिंसक हो गई. उसके बाद अराजकता का माहौल बना. एक समुदाय के लोगों के घरों और दुकानों को निशाना बनाकर तोड़फोड़ और आगजनी की गई. अस्पताल, बाइक शोरूम जो भी मिला सब फूंक दिया गया.
हालात बेकाबू होते देख प्रदेश के आलाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. हिंसक भीड़ यहीं नहीं रुकी उसने ग्रामीण इलाकों में भी जमकर उत्पात मचाया. समुदाय विशेष के घरो को निशाना बनाकर उन्हें आग की भेंट चढ़ा दिया गया. पुलिस महिलाओं और बच्चों को रेस्क्यू कर थाने लेकर पहुंची. इलाके का इंटरनेट बंद करना पड़ा. इतनी बड़ी घटना आखिर घट कैसे गई और क्या चूक हुई? आइए जानते है पूरा घटनाक्रम…
DJ बना विवाद का कारण, भड़क गई हिंसा
रविवार को दुर्गा पूजा के दौरान बहराइच जिले की महसी तहसील के कस्बा महाराजगंज में विसर्जन यात्रा निकाली गई. शाम करीब 5 बजे डीजे के साथ यात्रा जब दूसरे समुदाय के इलाके में पहुंची तो यहां विवाद हो गया. शोभायात्रा में शामिल लोगों का आरोप था कि अचानक से दूसरे पक्ष के लोगों ने आकर उनके डीजे को बंद कर दिया और गली गलौच करने लगे. जबकि दूसरे पक्ष के लोगों का आरोप था कि जैसे ही शोभायात्रा उनके मौहल्ले में पहुंची तब डीजे पर आपत्तिजनक और उकसाने वाले गाने बजाए जाने लगे. इसको बंद करने के लिए कहा तो विवाद हो गया. इस बीच पत्थर चलने लगे. फायरिंग हुई और इस घटना में एक युवक रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई.
*वायरल वीडियो- छत पर चढ़ा युवक, झंडा उखाड़ा*
घटना के बाद एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें मृतक युवक एक मकान की छत पर चढ़कर उसपर लगे धार्मिक झंडे को उखाड़ता है. नीचे खड़ी भीड़ धार्मिक नारे लगाकर उसे उकसाती है. वह उस झंडे को उखाड़ देते है, उसके साथ छत पर लगी रेलिंग भी टूट जाती है. नीचे से भीड़ एक भगवा झंडा उसकी ओर फेंकती है. वह युवक उस स्थान पर भगवा झंडा फहराने लगता है, जहां से उसने दूसरा झंडा उखाड़ा था. आरोप गई कि इसके बाद दूसरे समुदाय कम लोग उस युवक को खींच ले जाते हैं और उसकी हत्या कर देते हैं.
बिगड़े हालात, CM ने लिया संज्ञान
इस बीच जब झड़प बढ़ी तो पुलिस ने लाठी चार्ज किया. भीड़ तितर-बितर हो गई. जानकारी पूरे जिले में फैल गई. मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम रोक दिया गया. जिला प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए. घटना की खबर लखनऊ तक पहुंची. सीएम योगी ने खुद संज्ञान लेकर उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही. आधी रात में मृतक रामगोपाल मिश्रा के शव का पोस्टमार्टम कराकर उसके परिजनों को सौंप दिया गया. अगले दिन सोमवार की सुबह मृतक युवक के परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया. यहां पुलिस और इंटेलिजेंस का बड़ा फेलियर नजर आया.
*गांव में जुट गई हजारों की भीड़, आगजनी-तोड़फोड़*
मृतक युवक के गांव में हजारों की भीड़ जुट गई. सभी के हाथों में लाठी डंडे थे. वह मृतक युवक के शव को मेहसी तहसील ले गई. पुलिस प्रशासन कुछ नहीं कर सका. यही भीड़ थोड़ी देर में हिंसक हो गई और वह महाराजगंज में दुरे समुदाय के इलाके में घुसकर अराजकता फैलाने लगी. हिंसक भीड़ ने तोड़फोड़ और आगजनी कर दी. हिंसा बढ़ती देख जिले के डीएम, एसपी सहित आसपास जिलों की पुलिस फोर्स घटनास्थल पर पहुंची. पीएसी की बटालियन बुलाई गई लेकिन हालत बेकाबू होते रहे.
एडीजी लॉ अमिताभ यश ने संभाला मोर्चा
हालात पर काबू पाने के लिए खुद एडीजी लॉ व STF चीफ अमिताभ यश मौके पर पहुंचे. उन्होंने हाथ में पिस्टल लेकर खुद मोर्चा संभाला और हिंसक भीड़ को वहां से दौड़ाया. इस बीच आंसू गैस के गोले भी दागे गए. अराजक भीड़ यहां से निकलकर ग्रामीण इलाकों में गई और वहां दूसरे समुदाय के घरों में आग लगाने लगी. पुलिस ने उन इलाकों में पहुंचकर अराजकतत्वों को वहां से भगाया. पुलिस ने महिलाओं और बच्चों को वहां से बचाया और थाने लेकर आई. बामुश्किल पुलिस प्रशासन ने शाम तक हालात पर काबू पाए.
10 पर FIR, 30 हिरासत में
शासन-प्रशासन के लोगों द्वारा मृतक युवक के परिजनों को समझाया गया और अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान पुलिस ने बहराइच की महसी तहसील के मंसूर गांव में रविवार को भड़की हिंसा के सिलसिले में 10 नामजद और 24 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस ने करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया है. वहीं जिन लोगों ने हिंसा फैलाई है वीडियो फुटेज के जरिए पहचान की जा रही है.