रतन गुप्ता उप संपादक
युवाओं ने मिथिला की वेशभूषा के साथ-साथ इसके प्रचार-प्रसार के लिए धोती, कुर्ता और साड़ी जुलूस निकाला है.
हाल ही में युवाओं के बीच मिथिला की मुख्य पोशाक धोती कुर्ता के प्रति बढ़ती अरुचि को कम करने के उद्देश्य से युवाओं ने जनकपुरधाम में धोती कुर्ता और साड़ी जुलूस निकाला.
धोती कुर्ता और साड़ी पहने सौ से अधिक युवक/युवतियां जनकपुरधाम के प्रसिद्ध जानकी मंदिर पहुंचे और मंदिर की परिक्रमा की. रैली में शामिल सुमित जालान ने कहा कि उन्होंने यह रैली इस उद्देश्य से निकाली थी कि हम युवा अपने पहनावे और मिथिला की संस्कृति को बचाए रखें.
उन्होंने कहा कि उन्होंने इसे एक अभियान के रूप में आगे बढ़ाया है. वहीं धोती कुर्ता और साड़ी जुलूस अभियान का नेतृत्व कर रहे मोहन महतो कोइरी ने कहा कि वे पिछले 7 वर्षों से यह अभियान चला रहे हैं और इस बार इस अभियान को हर छठ घाट तक ले जाना है. उन्होंने आगामी मिथिला पर्व छठ के दौरान धोती कुर्ता पहनकर छठ घाट पर पहुंचने की अपील की.
जुलूस में शामिल विनीता महतो ने इस बात पर दुख व्यक्त नहीं किया कि आधुनिकता साड़ी पहनने के तरीके को छू रही है, बावजूद इसके युवतियां साड़ी की ओर आकर्षित हो रही हैं.