रतन गुप्ता उप संपादक
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के पीडीए को छलावा बताया और कहा कि बीजेपी का पीडीए देश के विकास के लिए है। उन्होंने अखिलेश के पीडीए को परिवार डेवलपमेंट एजेंसी कहा।
यूपी उपचुनाव को लेकर चल रही राजनीति में अब पार्टियां एक-दूसरे पर हमलावर हो रही हैं। जहां एक ओर अपने-अपने प्रत्याशियों का प्रचार चल रहा है वहीं दूसरी ओर बीजेपी और सपा में जुबानी जंग जारी है। इसमें अब यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी कूद गए हैं। उन्होंने एक बार फिर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए सपा के पीडीए को छलावा बताया है। सोशल मीडिया पर केशव प्रसाद मौर्य ने पोस्ट करते हुए अखिलेश के पीडीए को छलावा और बीजेपी के पीडीए को देश के लिए बताया।
केशव प्रसाद मौर्य ने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि सपा प्रमुख श्री अखिलेश यादव का ‘PDA’ असल में एक छलावा है – यह ‘पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक’ का नहीं, बल्कि ‘परिवारवाद-दंगाई-अपराधी’ का गठबंधन है। दूसरी ओर, भाजपा का ‘PDA’ है – प्रगति, विकास और सुशासन! भाजपा ने सुशासन और भ्रष्टाचार-मुक्त भारत के अपने संकल्प को दृढ़ता से निभाते हुए विकास के पथ पर देश को आगे बढ़ाया है। अब जनता जानती है कि असली PDA कौन लेकर आया है – जो देश की तरक्की में यकीन रखता है, और वो जो केवल झूठे नारों में।
इसके बाद केशव प्रसाद मौर्य ने एक और पोस्ट किया जिसमें लिखा कि श्री अखिलेश यादव का “PDA” असल में परिवार डेवलपमेंट एजेंसी ही है—नाम तो गरीबों, पिछड़ों और दलितों का असल मकसद सिर्फ अपने परिवार का विस्तार करना है।असलियत में टिकटों की लिस्ट आयेगी तो बस चाचा-भतीजे और करीबी ही नजर आते हैं। सपा ने ग्राम सभा से लेकर लोकसभा तक परिवारवाद का झंडा इतिहास और वर्तमान दोनों है। दूसरी ओर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं, जो लाखों गैर-राजनीतिक परिवारों के युवाओं को ग्राम सभा से लेकर लोकसभा तक में शामिल कर परिवारवाद के दलदल से लोकतंत्र की बुनियाद मजबूत कर रहे हैं। सपा का PDA का मतलब सिर्फ परिवार का विकास, भाजपा का लक्ष्य लोकतंत्र का विस्तार! “परिवार माडल और विकास मॉडल” का फर्क जनता समझ रही है