नेपाल में आंतरिक जांच के दायरे में सशस्त्र बल के एसपी समेत एक दर्जन अधिकारी

*रतन गुप्ता उप संपादक 

नेपाल सशस्त्र पुलिस ने सीमा क्षेत्र में तस्करी पर लगाम लगाने में विफल रहने की बात कहते हुए एक एसपी समेत एक दर्जन अधिकारियों को बयान लेने के लिए मुख्यालय बुलाया है.

धनुषा में कार्यरत सशस्त्र पुलिस अधीक्षक (एसपी) दर्शन गिरि, जिनमें तीन डीएसपी, चार इंस्पेक्टर, दो वरिष्ठ एसएआई और दो एसएआई शामिल हैं, अपने बयान हलचोक स्थित मुख्यालय में ले गए। सशस्त्र पुलिस प्रवक्ता डीआइजी कुमार न्यूपाने के मुताबिक प्रधानमंत्री कार्यालय, हेलो सरकार, गृह मंत्रालय से मिली शिकायतों के आधार पर उन्हें मुख्यालय बुलाकर पूछताछ शुरू की गयी.

कपिलवस्तु कृष्णानगर बीओपी के चीफ डीएसपी शैलेन्द्र न्यूपाने, कपिलवस्तु चकरचौड़ा के जयराम बसनेत, मटिहरवा बारा के विदुर भट्टराई को पूछताछ के लिए मुख्यालय बुलाया गया है। इसी तरह नवराजपुर बीओपी सिराह के इंस्पेक्टर रोशन थापा, बीओपी अमदुवा सुनसारी के इंस्पेक्टर प्रकाश विक्रम कार्की, मोरंग स्थित नोचा बीओपी जय बहादुर दाथेकुठे समेत अन्य को मुख्यालय बुलाया गया है.

इसी तरह धनुषा स्थित फुलगावा बीओपी में कार्यरत गणेश बोहोरा, सैमकॉप के बीओपी महोत्तरी के कृष्णा गुरुंग को खींचकर सीमा सुरक्षा विभाग में लाया गया है. सशस्त्र पुलिस के प्रवक्ता, डीआइजी न्यूपाने ने कहा, “जहां भी शिकायतें मिली हैं, वहां कमांडरों से पूछताछ की गई है, ऐसा कुछ नहीं हुआ है जिसकी साक्ष्य के आधार पर पुष्टि न की जा सके, आंतरिक जांच चल रही है।”

स्थानीय व्यापारियों की यह शिकायत मुख्यालय में लायी गयी थी कि सीमा क्षेत्र में अत्यधिक तस्करी के कारण उनका व्यवसाय बर्बाद हो गया है और सशस्त्र पुलिस इस पर सख्त नहीं है. सशस्त्र पुलिस मुख्यालय नेपाल-भारत सीमा क्षेत्र में तस्करी रोकने के लिए संबंधित जीएएन और बीओपी को निर्देश दे रहा है. सशस्त्र पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता डीआइजी न्यूपानेका ने सीमा क्षेत्र में तस्करी पर सख्ती से लगाम लगा रखी है. अब भी मुख्यालय सीमा क्षेत्र में तस्करी रोकने के लिए निगरानी कर रहा है

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