रतन गुप्ता उप संपादक
पंजाब बंद के दौरान सबसे बुरा असर रेल सेवाओं पर पड़ेगा. इसके अलावा दिल्ली चंडीगढ़ रूट पर बस सेवाएं भी प्रभावित रहेंगी. रेलवे की तरफ से पहले ही एक लंबी लिस्ट जारी कर दी गई है, जिसमें उन ट्रेनों के नाम बताए गए हैं, जिन्हें बंद के दौरान या तो रद्द कर दिया गया है अन्यथा उनके रूट पहले ही खत्म कर दिए गए हैं.
भूख हड़ताल पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के समर्थन में पंजाब के किसानों ने आज बंद का ऐलान किया है. आज पूरा दिन पंजाब बंद रहेगा. यह बंद सुबह सात बजे से लेकर शाम चार बजे तक जारी रहेगा. इस दौरान पंजाब में रेल सेवाएं प्रभावित रहेंगी. कई किसान संगठनों को इस बंद का पूरा समर्थन है. मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय रेलवे ने वंदे भारत ट्रेन सहित कुल 107 ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया है. अन्यथा उनका सफर निर्धारित जगह से पहले ही खत्म कर दिया गया है. पंजाब बंद के दौरान दिल्ली चंडीगढ़ रूट पर बस सेवा भी प्रभावित रहेगी.
एक किसान नेता ने कहा कि पंजाब बंद के दौरान इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी. इसके अलावा किसी शादी समारोह में जाने वाले व्यक्ति व परिवार को नहीं रोका जाएगा. साथ ही एयरपोर्ट पर जाने वाले लोगों को भी परेशान नहीं किया जाएगा. पंजाब में सर्दी की छुट्टी के चलते पहले ही स्कूल बंद है। पंजाब यूनिवर्सिटी ने बंद के चलते परीक्षाओं को सोमवार की जगह मंगलवार को कराने का निर्णय लिया है. बस सेवाओं से जुड़े संगठनों की तरफ से बताया गया है कि सोमवार शाम चार बजे के बाद सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी. खनौरी में किसान नेताओं ने कहा कि वे गांधीवादी तरीके से अपना विरोध जारी रखेंगे. अब यह सरकार पर है कि वो उनके वरिष्ठ नेता डल्लेवाल को हटाने के लिए बल प्रयोग करना चाहती है या नहीं.
क्या है किसानों की मांग?
फसलों के एमएसपी से लेकर कुल 13 मांगों को लेकर किसान नेता प्रदर्शन पर रहे हैं. किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और संयुक्त किसान मोर्चा (SKM गैर राजनीतिक) ने यह बंद बुलाया है. उनका कहना है कि सरकार जिद्द पर अड़ी हुई है और किसानों की जायज मांगों को भी नहीं मान रही है. पंजाब सरकार के अधिकारियों की एक उच्च-स्तरीय टीम ने रविवार को खनौरी सीमा स्थल पर डल्लेवाल से मुलाकात की थी. इस टीम में पुलिस के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल मंदीप सिंह सिद्धू और रिटायर्ड एडिशनल डीजीपी जसकरण सिंह भी शामिल थे. बाद में किसान नेताओं ने कहा कि डल्लेवाल ने कोई भी चिकित्सा सहायता लेने से इनकार कर दिया है.
बातचीत में नहीं माने किसान
डल्लेवाल और किसान नेताओं के साथ सरकार की दो दौर की बातचीत के बाद देर शाम जसकरण सिंह ने संवाददाताओं से कहा था कि सुप्रीम कोर्ट और राज्य सरकार के निर्देश हैं कि डल्लेवाल को चिकित्सीय सहायता लेनी चाहिए. जसकरण सिंह ने कहा, ‘‘हमने उनके साथ सभी बिंदुओं पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को स्थिति से अवगत कराया जा रहा है. बैठक के बाद डल्लेवाल ने रविवार देर शाम एक छोटा वीडियो संदेश जारी किया.