रतन गुप्ता उप संपादक
नेपाल में अहिंसक संगठनों ने विरोध जताया है कि सरकार को चीन के साथ भैंस के मांस निर्यात समझौते को रद्द कर देना चाहिए. ठेका रद्द करने की मांग को लेकर शनिवार को मैतीघर में प्रदर्शन भी किया गया.
विशेष रूप से अहिंसक संघों, संगठनों, शाकाहारी संघों आदि ने भैंस के मांस निर्यात समझौते के खिलाफ प्रदर्शन किया है। वे “खुद को बचाएं, दूसरों को भी जीने दें” के नारे वाली विभिन्न तख्तियां लेकर प्रदर्शन में आए हैं।
प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की पिछली चीन यात्रा के दौरान नेपाल और चीन के बीच भैंस के मांस निर्यात के मुद्दे पर सैद्धांतिक सहमति बनी थी.
इस क्षेत्र के विशेषज्ञों का कहना है कि नेपाल लंबे समय से चीन को भैंस का मांस निर्यात कर रहा है। पशु उत्पाद के व्यापारियों का कहना है कि सरकारी स्तर पर सहमति बनने के बाद इसका दायरा और भी व्यापक होगा। भारत नेपाल बार्डर के सोनौली ,भगवानपुर ,खनुवा ,ठुठीवारी से इन दिनों भारी संख्या में भारत नेपाल को भैंसें की तस्करी हो रही है । प्रति दिन बाडर से हजारों भैंसें नेपाल जा रही है ।